अफगानिस्तान के कंधार और हेरात में मौजूद भारतीय कॉन्सुलेट में तालिबान द्वारा छापा मारा गया था. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तालिबानियों द्वारा यहां पर कुछ कागजातों को तलाशने की कोशिश की गई. लेकिन बाद में तालिबानी लड़ाके यहां पर मौजूद कुछ वाहनों को लेकर चले गए.
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इंटेलिजेंस इनपुट से ये जानकारी मिली है कि तालिबानी लड़ाकों ने कंधार और हेरात में स्थित भारतीय कॉन्सुलेट को खंगाला. हालांकि, जलालाबाद और काबुल में मौजूद कॉन्सुलेट को लेकर ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है.
ये इनपुट तब आया है जब तालिबानी नेतृत्व द्वारा दावा किया गया था कि उन्होंने अपने लड़ाकों से किसी भी खाली घर, एम्बेसी या दफ्तर में रेड डालने से इनकार किया है. लेकिन ये इनपुट तालिबान के दावों से पूरी तरह उलट सच्चाई बताती है.
आपको बता दें कि अफगानिस्तान में भारत के कुल चार कॉन्सुलेट हैं, इनमें कंधार, हेरात, जलालाबाद और काबुल हैं. भारत अबतक काबुल को छोड़कर सभी कॉन्सुलेट खाली कर चुका है. काबुल में भी सिर्फ स्थानीय कर्मचारी ही काम कर रहे हैं, बाकि भारतीय कर्मचारियों को वायुसेना के प्लेन द्वारा वापस लाया जा चुका है.
काबुल एम्बेसी से बड़ी संख्या में लोगों को लाया भारत
भारत ने वायुसेना के प्लेन की मदद से काबुल एम्बेसी में काम करने वाले कुल 120 से अधिक लोगों को वापस लाने का काम किया है. अबतक करीब 150 से अधिक लोगों को वापस लाया जा चुका है, जिनमें भारतीय राजदूत भी शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक, भारत सरकार की कोशिश है कि अफगानिस्तान में मौजूद सभी भारतीयों को वापस लाया जाए जो किसी नौकरी, पढ़ाई या अन्य कामकाज से अफगानिस्तान में हैं. यही कारण है कि काबुल एम्बेसी को चालू रखा गया है. भारत लगातार अमेरिका के संपर्क में है, जिसने काबुल एयरपोर्ट पर कंट्रोल किया हुआ है.