त्योहार के मौके पर आपसी रंजिश भूलकर अपनों को गले लगाने की बात तो हर कोई करता है लेकिन यह शायद पहली बार हुआ है जब ईद के मौके पर दुश्मनी भूलकर जवानों ने आतंकियों को गले लगाया है. अफगानिस्तान के जवानों और तालिबानी आतंकियों ने रमजान के पवित्र महीने के अंत में सीजफायर को बनाए रखा और गले मिलकर एक- दूसरे को ईद की बधाई दी.
दरअसल तालिबान ने सबको चौंकाते हुए ईद के मौके पर तीन दिन के सीजफायर की घोषणा की थी. तालिबान द्वारा लागू इस सीजफायर ने अफगान सरकार के सीजफायर को ओवरलैप किया. सरकार द्वारा लागू सीजफायर बुधवार तक लागू रहा.
Happy Eid.A big breakthrough in Afghanistan where Afghan Taliban announced a 3 day ceasefire on Eid and Taliban militants exchanging Eid greetings with Afghan National Army soldiers in Zabul and Maidan Wardag areas pic.twitter.com/kS35Xi11ET
— Hamid Mir (@HamidMirPAK) June 15, 2018
सोशल मीडिया पर जारी इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि सेना के जवान और तालिबानी आतंकी गले मिलकर एक दूसरे को ईद की बधाई दे रहे हैं. ये तस्वीरें लोगार प्रांत, दक्षिण काबुल और जाबुल की हैं. अफगान के डिप्टी इंटीरियर मंत्री मसूद अजीजी ने बताया कि इस सीजफायर पर पूरे देशभर में नजर रखी जा रही थी और अच्छी बात यह है कि इस दौरान कहीं कोई हमला नहीं हुआ.
A rare moment of peace on Eid in Afghanistan.A Taliban commander meeting with Afghan National Army officials on the road after a 3 day ceasefire and common Afghans are looking very happy pic.twitter.com/ep4aBmjkhW
— Hamid Mir (@HamidMirPAK) June 15, 2018
हेलमंड, कांधार और जाबुल के गवर्नरों ने बताया कि दोनों तरफ से इस सीजफायर का पालन किया गया और 24 घंटे में कहीं से भी किसी तरह के कोई हमले की खबर नहीं मिली. बता दें कि दक्षिणपंथी संस्था के सदस्यों द्वारा हेलमंड में अफगानी सेना और तालिबानी आतंकियों के बीच मीटिंग करवाई गई थी, जिसके बाद यह संभव हो सका.
जवानों और आतंकियों द्वारा इस तरह ईद मनाए जाने पर जाबुल प्रांत के एक कॉलेज छात्र ने कहा कि यह अब तक की सबसे सुरक्षित ईद थी. यह पहली बार था जब हमने इतनी सुरक्षित महसूस किया, इस खुशी को बयां करना मुश्किल है.