अफगानिस्तान में आतंकवादियों ने कई प्रांतों में हमले कर कम से कम 10 पुलिसकर्मियों और तीन नागरिकों की हत्या कर दी, वहीं ग्रामीणों ने आठ पुलिसकर्मियों के शव भी बरामद किए हैं जिन्हें दो हफ्ते पहले अगवा कर लिया गया था. इस्लामी चरमपंथी संगठनों द्वारा अफगान सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले तेज करने के बीच यह हिंसा हुई है. वे पश्चिमी देश समर्थित सरकार को कमजोर करना चाह रहे हैं क्योंकि विदेशी सैनिक साल के अंत तक वापस जाने वाले हैं.
तालिबान ने मतदान में खलल डालने का भी संकल्प लिया है क्योंकि अफगानिस्तान राष्ट्रपति चुनाव के दूसरे दौर के मतदान की तैयारी में जुटा है जो 14 जून को होना है. आतंकवादियों ने उत्तर पूर्व बदख्शां प्रांत में कई पुलिस चौकियों पर घात लगाकर हमला किया. झड़प कल देर शाम शुरू हुई और आज तक चली.
लघमान प्रांत के सरकारी प्रवक्ता सरहदी जवाक ने बताया कि प्रांत में आंकवादियों ने महिलाओं के वेष में बुरका पहन कर मशीन गन से गोलीबारी की और अलीनगर इलाले में ग्रेनेड दागे. मीडिया को जारी एक बयान में तालिबान ने दोनों हमलों की जिम्मेदारी ली और कहा कि ये हमले ऑपरेशन खैबर का हिस्सा है.
हिंसा की अन्य घटना में एक आत्मघाती हमलावर ने नांगरहार प्रांत में एक जिला भवन में घुसकर खुद को विस्फोट कर उड़ा दिया जिसमें दो नागरिक मारे गए और सात अन्य घायल हो गए. दक्षिणी अफगानिस्तान में ग्रामीणों को आठ पुलिस अधिकारियों के शव मिले, जिन्हें तालिबान आतंकवादियों ने दो हफ्ते पहले अगवा कर लिया था.