अफगानिस्तान में अशरफ गनी का लोकतांत्रिक नेतृत्व पाकिस्तान को कभी फूटी आंख नहीं सुहाया. इसलिए जब तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जे की लड़ाई लड़ रहा था तो पाकिस्तान की तरफ से उसे लगातार समर्थन मिलता रहा. पाकिस्तान की सेना पर छिप-छिपकर तालिबानियों को हथियार सप्लाई करने के आरोप भी लगते थे. इतने अच्छे रिश्ते होने के बाद भी अब तालिबान के लड़ाकों और पाकिस्तान की सेना के बीच आए दिन गोलीबारी की घटनाएं सामने आती रहती हैं.
दरअसल, दोनों देशों के बीच सबसे ज्यादा गर्म डूरंड रेखा का मुद्दा है. यह वो लाइन है, जिसे पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच ब्रिटिश काल में खींचा गया था. अफगानिस्तान ने इस रेखा को मानने से इनकार कर दिया था. अफगानिस्तान की पिछली सरकारों की तरह ही तालिबान भी इस रेखा को नहीं मानता है. इसी सीमा पर कुछ इलाकों में पाकिस्तान की तरफ से बाड़ लगाई गई है, जिसे तालिबान समय-समय पर उखाड़ फेंकता है. तालिबान के लड़ाके कई बार बॉर्डर पार करने वाले पाकिस्तानियों को भी निशाना बना लेते हैं.
ताजा विवाद रविवार शाम को हुआ, जब स्पिन-बोल्दाक इलाके में फायरिंग हुई. पाकिस्तान का आरोप है कि अफगान फौज की तरफ से उसके 6 नागरिकों को मार दिया गया और 17 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पाक आर्मी ने तो दावा किया कि हमले के दौरान अफगान फौज ने तोपखाने और मोर्टार का इस्तेमाल किया.
पहले भी उखाड़ फेंके कटीले तार
तालिबान के लड़ाकों ने दिसंबर 2021 में भी पाकिस्तान की तरफ से लगाए गए बाड़ को उखाड़ फेंका था. डूरंड रेखा पर पाकिस्तान की सेना की तरफ से की जा रही बाड़ाबंदी को भी तालिबान ने रोक दिया था. तालिबानी सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना के बाड़ लगाने वाले कंटीले तार भी जब्त कर लिए थे. तालिबान के एक अधिकारी ने पाकिस्तानी सैनिकों को दोबारा बाड़ न लगाने की भी चेतावनी दी थी. अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने इसे गैर-कानूनी करार दिया था.
इमरान को झेलना पड़ा था गुस्सा
पिछली बार जब बॉर्डर पर इस तरह तनाव की स्थिति बनी थी, तब पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार थी. तालिबान द्वारा पाकिस्तान को बार-बार आंख दिखाने को लेकर पाकिस्तान के लोगों ने इमरान खान पर अपना गुस्सा निकाला था. सोशल मीडिया पर लोगों ने ऐसी घटनाओं को शर्मनाक बताया था.
PAK को फेंसिंग का आधिकार नहीं
पाकिस्तान द्वारा सीमा पर बाड़ लगाए जाने को तालिबान एकतरफा और गैर-कानूनी करार देता आया है. तालिबान कह चुका है कि पाकिस्तान के पास सीमा पर बाड़ लगाने का कोई अधिकार नहीं है. अफगानिस्तान में TOLO News टीवी के वरिष्ठ संवाददाता अब्दुलहक ओमेरी ने तालिबान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता का एक वीडिया शेयर किया था, जिसमें वो बाड़ा लगाने को लेकर पाकिस्तान को निशाना बना रहे थे. प्रवक्ता ने कहा था कि पाकिस्तान को डूरंड रेखा पर बाड़ लगाकर दोनों तरफ की ट्राइब्स को अलग करने का कोई अधिकार नहीं है.