तालिबान ने गुरुवार को पाकिस्तान के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि बलूचिस्तान में हुई ट्रेन हाईजैक की घटना में अफगानिस्तान स्थित आतंकियों का हाथ है.
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहार बल्खी ने कहा कि हम पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता द्वारा बलूचिस्तान प्रांत में एक यात्री ट्रेन पर हुए हमले को अफगानिस्तान से जोड़ने के निराधार आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हैं और पाकिस्तान से अपील करते हैं कि वह अपनी आंतरिक सुरक्षा और अन्य समस्याओं को हल करने पर ध्यान केंद्रित करे, बल्कि इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां न करे.
बता दें कि मंगलवार को बलूच अलगाववादी उग्रवादियों ने क्वेटा से पेशावर जा रही एक यात्री ट्रेन को अगवा कर लिया था. इस दौरान सैकड़ों यात्रियों को बलूचिस्तान के बोलान क्षेत्र में बंधक बना लिया गया था. इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली थी.
तालिबान का ये बयान उन रिपोर्टों के बाद आया है, जिसमें दावा किया गया है कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में स्थित आतंकवादी नेताओं पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है, खुफिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए उन नेताओं और हमलावरों के बीच सीधे संपर्क की पहचान की गई है.
इस बीच पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने कहा कि सुरक्षाबलों ने बलूच विद्रोहियों द्वारा अपहृत ट्रेन से बंधकों को बचाने के लिए एक रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है, जिसमें शामिल सभी 33 आतंकवादी मारे गए हैं. प्रवक्ता ने कहा कि अभियान के दौरान 21 यात्री और चार पाकिस्तानी सैनिक मारे गए.
लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि सशस्त्र बलों ने (बुधवार) शाम को सभी आतंकवादियों को मारकर और सभी यात्रियों को सुरक्षित बचाकर अभियान को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया. हालांकि बलूच लिबरेशन आर्मी ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि लड़ाई अभी भी जारी है और पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हो रहा है.
बलूच लिबरेशन आर्मी ने कहा कि जमीनी हकीकत ये है कि कई मोर्चों पर लड़ाई जारी है और दुश्मन (पाकिस्तानी सेना) को भारी नुकसान और सैन्य क्षति हो रही है. बयान में कहा गया कि पाकिस्तानी सेना ने न तो युद्ध के मैदान में जीत हासिल की है और न ही अपने बंधक कर्मियों को बचाने में कामयाब रही है. बलूच लिबरेशन आर्मी पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आजादी चाहती है.