आतंकवादी संगठन तालिबान ने कहा है कि वह ब्रिटेन में रह रही पाकिस्तानी लड़की मलाला यूसुफजई को मौका मिलते ही मार डालेंगे. पूरी दुनिया में तालिबानियों के आतंक के प्रतिरोध की प्रतीक बनी मलाला पाकिस्तान के कबीलाई इलाकों में रहती थी और लड़कियों की शिक्षा को लेकर बहुत मुखर थी. इससे गुस्साए तालिबानियों ने उसके सिर में गोली मार दी थी. कई महीनों तक चले इलाज के बाद मलाला की जान बची और इस वक्त वह परिवार समेत लंदन के बर्मिंघम इलाके में रह रही है. ठीक होने के बाद से वह लगातार पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा और बेहतर हालात की हिमायत कर रही है. उसने हाल में एक किताब भी लिखी आई एम मलाला के नाम से, जिसमें तालिबानी खौफ से मुठभेड़ की दास्तान बयान की. इसके बाद ही तालिबान की यह ताजा धमकी आई.
द न्यू यॉर्क पोस्ट में छपी खबर के मुताबिक तालिबान के प्रवक्ता शहीदुल्लाह शाहिद ने सोमवार को कहा कि मलाला यूसुफजई कोई बहादुर लड़की नहीं है. उसमें कोई हिम्मत नहीं है. जैसे ही हमें मौका मिलेगा, हम फिर उस पर निशाना साधेंगे.शाहिद के मुताबिक मलाला ने यह मान लिया है कि उसने इस्लाम को नुकसान पहुंचाया था, इसलिए हमने उस पर हमला किया. हमें जैसे ही मौका मिलेगा, हम उसे मार डालेंगे और यह काम करके हमें गर्व महसूस होगा.शाहिद ने कहा कि इस्लाम में औरतों पर हमले की मनाही है. मगर ये उन पर लागू नहीं होता, जो हमारे जिहाद के खिलाफ काम कर रहे हैं.
स्कूल बस में किया था हमला
गौरतलब है कि 16 साल की मलाला उस वक्त खबरों में आई थी, जब एक साल पहले अक्टूबर 2012 में पाकिस्तान के स्वात घाटी इलाके में उस पर तालिबानी हमलावर ने गोली चलाई थी. उस वक्त मलाला स्कूल बस में बैठी थी और घर वापस लौट रही थी. एक बंदूकधारी ने तब उसके सिर में गोली मारी थी. मलाला से तालिबानी नाराज थे, क्योंकि वह कई मीडिया संगठनों में लड़कियों की शिक्षा के बारे में बात कर रही थी और स्कूल बंद करवाने को लेकर तालिबान की आलोचना कर रही थी.
‘पाकिस्तान लौटकर नेता बनूंगी मैं‘
उधर इन धमकियों से बेपरवाह मलाला ने कहा है कि वह पाकिस्तान लौटना चाहती है और आगे चलकर नेता बनना चाहती है. मलाला के मुताबिक राजनीति में आकर ही वह अपने मुल्क में लड़कियों की शिक्षा और बेहतरी के लिए काम कर सकती है.मलाला ने कहा कि मैं पाकिस्तान में पढ़ाई को अनिवार्य करना चाहूंगी नेता बनने के बाद. मलाला ने यह भी कहा कि मेरा एक ही सपना है कि एक दिन पाकिस्तान के लोगों को हर तरह की आजादी हासिल होगी.मुल्क में अमन चैन होगा और हर लड़का-लड़की स्कूल जाएगा.हुक्मरानों पर निशाना साधते हुए मलाला बोली कि वहां हर कोई अपने बदतर हालात के सुधरने के लिए बस किसी का इंतजार करता रहता है, खुद से कोई पहल नहीं करता.
‘मुझ पर गोली चलाने वाले के हाथ कांप रहे थे’
मलाला ने अपने ऊपर हुए हमले के बारे में नई किताब में ब्यौरे दिए हैं. उसने बताया कि मैं अपनी दोस्तों से कहती थी कि डरो मत, तालिबानी हम बच्चियों पर कभी हमला नहीं करेंगे. आई एम मलाला में इस बहादुर लड़की ने बताया कि बंदूकधारी ने उस पर तीन गोलियां चलाईं. जैसे ही वह बंदूक ताने अंदर आया. लड़कियां चीखने लगीं. मलाला ने अपनी दोस्त मोनीबा की मुट्ठी भींच ली.मलाला को उसके दोस्तों ने बताया कि उस पर तीन गोलियां दागी गईं. पहली गोली बाईं आंख के ऊपर लगी.मलाला अपनी दोस्त मोनीबा के ऊपर गिर गई. उसके बायें कान से बेतरह खून बह रहा था. दो और गोलियां मलाला के करीब से निकल गईं और दूसरी लड़कियों को लगीं. मलाला को उसके दोस्तों ने बताया कि गोली चलाते वक्त हमलावर के हाथ कांप रहे थे.मलाला के बचने की उम्मीद बहुत कम थी. पहले उसका सेना अस्पताल में इलाज हुआ और फिर ब्रिटेन में.मार्च 2013 से वह एक गर्ल्स स्कूल में पढ़ाई कर रही है.