काबुल पर तालिबान के कब्जे के 17 दिनों बाद आखिरकार अमेरिका ने पूरी तरह से अफगानिस्तान से वापसी कर ली. अमेरिका के आखिरी विमान के उड़ान भरने के बाद तालिबानी फायरिंग करके जश्न मनाते भी देखे गए. तालिबान का कहना है कि अमेरिका की 'हार' दूसरे आक्रमणकारियों के लिए सबक है.
इससे पहले तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के उप प्रमुख अहमदुल्ला वासीक की तरफ से अमेरिका के मिशन पर सवाल उठाए गए. उन्होंने लिखा, 'अमेरिका के सभी सैनिक अफगानिस्तान से चले गए हैं. 20 साल का मिलिट्री मिशन खत्म हुआ, जिसमें हजारों सैनिक मारे गए और अभूतपूर्व वित्तीय नुकसान हुआ.'
तालिबान संभालेगा काबुल एयरपोर्ट की सुरक्षा
अहमदुल्ला वासीक की तरफ से एक इंटरव्यू में कहा गया, 'काबुल एयरपोर्ट से अब अमेरिकी सेना जा चुकी है. अब तालिबान की स्पेशल फोर्स (313th Badri) यहां की सुरक्षा का जिम्मा उठाएगी.'
बता दें कि काबुल एयरपोर्ट पर पिछले दिनों बम धमाके हुए थे, जिसमें 13 अमेरिकी सैनिकों समेत करीब 200 लोगों की जान गई थी. वहीं इसके बाद रविवार को एयरपोर्ट की तरफ कुछ रॉकेट दागे गए.
अमेरिका के सैनिकों के जाने के बाद तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद का भी बयान आया. उन्होंने कहा, 'अमेरिका के सैनिक काबुल एयरपोर्ट से जा चुके हैं. अब हमारा देश पूरी तरह से आजाद है, अल्लाह का शुक्रिया.' जबीहुल्लाह मुजाहिद ने आगे कहा कि अमेरिका का जाना अफगान और तालिबान के लोगों की जीत है.