पाकिस्तान के तालिबान ने धमकी दी है कि वह मुंबई हमले के गुनाहगार अजमल कसाब को फांसी दिए जाने का बदला लेने के लिए ‘कहीं भी’ भारतीयों को निशाना बनाएगा. उसने कसाब का शव लौटाने की भी मांग की है.
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता अहसनुल्ला अहसन ने कहा कि उसका संगठन कसाब को फांसी देने का बदला लेने के लिए भारतीयों और भारतीय हितों को निशाना बनाएगा.
उसने कहा कि भारत सरकार को कसाब का शव उसके परिवार अथवा तालिबान को सौंप देना चाहिए. अहसन ने चेतावनी दी कि अगर कसाब का शव नहीं लौटाया गया तो तालिबान भारतीयों को पकड़ेगा और उनके शव नहीं लौटाएगा.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से ताल्लुक रखने वाले 25 वर्षीय कसाब को 21 नवंबर को पुणे के यरवदा जेल में फांसी दी गई थी और उसका शव जेल के भीतर ही दफना दिया गया था.
कसाब को 2008 के मुंबई हमले के दौरान जिंदा पकड़ा गया था. उसके नौ अन्य साथी मारे गए थे. उस हमले में कुल 166 लोगों की जान गई थी. कसाब को फांसी दिए जाने पर पाकिस्तान ने सावधानी से प्रतिक्रया करते हुए कहा था कि वह सभी तरह के आतंकवाद की निंदा करता है और इस समस्या को खत्म करने के लिए सभी देशों के साथ सहयोग का इच्छुक है.
राजनयिक सूत्रों का कहना है कि तालिबान की धमकी के बाद इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा बढ़ा दी है. आमतौर पर वहां सुरक्षा चाकचौबंद होती है. पाकिस्तान में मौजूद भारतीय राजनयिकों को अतीत में धमकी मिल चुकी है.
साल 2010 में पाकिस्तान में भारतीय राजनयिकों को बंधक बनाने और विदेशी दूतावासों को निशाना बनाने की साजिश का खुलासा हुआ था. यह साजिश तालिबान ने रची थी.