कई शहरों से सुरक्षाबलों के हटने के बाद पश्चिमी इराक में सुन्नी आतंकवादी आगे बढ़ रहे हैं और उन्होंने 21 लोगों को मार दिया. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आगाह किया है कि अन्य क्षेत्रीय देशों में भी अशांति फैल सकती है.
इराकी बलों को नुकसान की कड़ी में यह ताजा झटका है् हिंसा की वजह से हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है और देश के दो फाड़ होने का खतरा मंडरा रहा है. जिहादी इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवंट (आईएसआईएल) नेतृत्व वाले आतंकियों ने शनिवार को अल क्येम सीमा क्रॉसिंग के बाद कल रवा और अना शहर पर कब्जा कर लिया.
अधिकारियों और डॉक्टरों के मुताबिक आतंकियों ने रवा और अना में दो दिन के खूनखराबे में 21 स्थानीय नेताओं को मार डाला. सरकार ने कहा कि शहरों से उसके सुरक्षाबल रणनीतिक तौर पर हट रहे हैं.
शहरों पर नियंत्रण से आतंकियों के लिए पड़ोस के सीरिया का मार्ग खुल गया है. आईएसआईएल इराक और सीरिया को मिलाकर एक इस्लामी देश बनाना चाहता है. यह गुट वहां पर राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ बगावत में बड़ी ताकत बन चुका है.
अमेरिका चाहता है कि अरब देश सरकार गठन के लिए इराक के नेताओं पर दबाव बनाएं, जहां अप्रैल के चुनावों के बाद मामूली प्रगति हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीबीएस पर एक साक्षात्कार में कहा कि चौकस रहना होगा. उन्होंने कहा कि आईएसआईएल के आक्रामक कदम से क्षेत्र के अन्य देशों में अस्थिरता फैल सकती है.