फ्रेंच वीकली 'चार्ली एब्दो' पर हुए आतंकी हमले में वांटेड काउशी ब्रदर्स के बारे में अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया है कि ये दोनों यूएस की 'नो फ्लाई' लिस्ट में शामिल थे. 32 साल का शेरिफ काउशी और उसका 34 वर्षीय भाई साद काउशी को अमेरिकी एजेंसियों ने एन 10 टेरर सस्पेक्ट्स की लिस्ट में कई साल से रखा हुआ था.
इन दोनों के बारे में अमेरिका एजेंसियों के पास पुख्ता जानकारी थी, इसलिए इनके नाम एफबीआई के टेरिरिस्ट स्क्रीनिंग सेंटर को भेजे गए थे. इसके बाद काउशी भाइयों को 'नो फ्लाई' लिस्ट के उन 47,000 लोगों में शामिल किया गया था, जिनके अमेरिका के भीतर या बाहर विमान में बैठने पर बेहद कड़ा प्रतिबंध था. हालांकि, अभी तक अमेरिका एजेंसियों ने यह नहीं बताया है कि इन दोनों भाइयों के बारे में उन्हें ऐसी क्या जानकारी मिली थी, जिसके बाद इन्हें 'नो फ्लाई' लिस्ट में शामिल किया गया था.
काउशी भाइयों में से एक के बारे में फ्रांस के बारे में काफी जानकारी थी. यहां तक कि शेरिफ काउशी को 2005 की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था. मामला उस वक्त भी आतंक से जुड़ा हुआ था. 2008 में शेरिफ पर केस भी चला था और उस वक्त उसने स्वीकार किया था कि वह कट्टरपंथी है.
शेरिफ ने कट्टरपंथ की ओर मुड़ने के लिए अबू गरेब जेल में कैदियों पर हुए अमेरिकी अत्याचार को जिम्मेदार ठहराया था. अबू गरेब और ग्वांतनामो जेल में कैदियों को थर्ड डिग्री को लेकर काफी खबरें सामने आई हैं. खासतौर से बुश प्रशासन के दौरान इन दोनों जेल में संदिग्ध आतंकियों पर बहुत भयानक टॉर्चर किया गया था.
बहरहाल, इस मामले में शेरिफ को तीन साल की सजा सुनाई थी, लेकिन वह सुनवाई के दौरान काफी समय जेल में बिता चुका था, जिसकी वजह से वह जल्दी ही रिहा हो गया था.