पेशावर में आतंकी हमले से सबक न लेते हुए पाकिस्तान का आतंकियों के खिलाफ ढीला रवैया एक बार फिर देखने को मिला. प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-झंगवी के प्रमुख मलिक इशाक को तीन साल तक हिरासत में रखने के बाद रिहा कर दिया गया.
मलिक इशाक को भड़काऊ भाषण देने की वजह से तीन साल से हिरासत में रखा गया था. कोर्ट में सुनवाई के दौरान पाक सरकार ने इशाक की हिरासत बढ़ाने की मांग नहीं की, जिसके बाद इशाक को रिहा कर दिया गया. पाक की सुप्रीम कोर्ट से जुलाई 2011 में जमानत मिलने के बाद सरकार ने इशाक को 'मेंटेनेंस ऑफ पब्लिक ऑर्डर' के तहत हिरासत में ले लिया था. जिसका मकसद देश में शांति बनाए रखना था.
एक अधिकारी के मुताबिक, 'मलिक इशाक अब स्वतंत्र व्यक्ति है.' इशाक की हिरासत अवधि बढ़ाने की मांग नहीं करने के लिए शिया समुदाय ने सरकार की कड़ी
आलोचना की है.
- इनपुट PTI