पाकिस्तान के पेशावर आर्मी स्कूल में मासूम बच्चों की आतंकी हमले में मौत से पूरी दुनिया में दुख और गुस्सा है. आतंकी संगठन अल कायदा ने स्कूल पर हुए हमले में बच्चों की मौत पर गहरा दुख जताया है. अल कायदा की क्षेत्रीय शाखा की ओर से कहा गया कि तालिबान की ओर से किए हमले में संगठन का सीना दुख से छलनी हो गया है.
अल कायदा दक्षिण एशिया शाखा के प्रवक्ता ओसामा महमूद ने लिखित बयान जारी कर कहा, 'इस हादसे से हमारा दिल दुख, दर्द से छलनी हुआ जा रहा है. इसमें कोई शक नहीं है कि पाकिस्तानी सेना के अपराध और अत्याचार हद से बढ़ गए हैं और यह भी सही है कि यह सेना अमेरिका की गुलामी और मुसलमानों के नरसंहार में सबसे आगे है. लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम दबे-कुचले मुसलमानों से बदला लेंगे.'
पेशावर के सैनिक स्कूल पर मंगलवार को हुए आतकंवादी हमले में 149 लोग मारे गए, जिनमें करीब 132 स्कूली बच्चे शामिल थे. ओसामा महमूद ने कहा,' हमने हथियार अल्लाह के दुश्मन अमेरिका और उसके पालतू शासकों और गुलाम सेना के खिलाफ उठाए हैं. इससे बच्चों, महिलाओं और अपने मुसलमान लोगों को निशाना नहीं बनाना है.' ओसामा महमूद ने उग्रवादी संगठनों से सिर्फ सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की बात की. याद रहे कि अल कायदा तालिबान का पुराना सहयोगी आतंकी संगठन रहा है.
-इनपुट भाषा