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थाईलैंड: ब्रह्मा मंदिर विस्फोट में दो भारतीय गिरफ्तार, पूछताछ के बाद रिहा

थाईलैंड में 17 अगस्त को ब्रह्मा मंदिर में हुए विस्फोट के सिलसिले में पूछताछ के लिए थाई पुलिस ने दो भारतीयों को हिरासत में लिया. ये दोनों व्यक्ति सीसीटीवी में एक विदेशी संदिग्ध से बात करते हुए देखे गए थे.

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थाईलैंड में 17 अगस्त को ब्रह्मा मंदिर में हुआ विस्फोट
थाईलैंड में 17 अगस्त को ब्रह्मा मंदिर में हुआ विस्फोट

थाईलैंड में 17 अगस्त को ब्रह्मा मंदिर में हुए विस्फोट के सिलसिले में पूछताछ के लिए थाई पुलिस ने दो भारतीयों को हिरासत में लिया गया. हालांकि पूछताछ के बाद दोनों को रिहा कर दिया गया. ये दोनों व्यक्ति सीसीटीवी में एक विदेशी संदिग्ध से बात करते हुए देखे गए थे. इनमें एक जम्मू-कश्मीर और एक कर्नाटक का रहने वाला है.

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नहीं हो पाई आरोपियों की पहचान
इस विस्फोट में 20 लोग मारे गए थे और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे. सूत्रों के मुताबिक पूछताछ पूरी हो चुकी है और बयान रिकॉर्ड होने के बाद हिरासत में लिए गए भारतीयों को रिहा कर दिया जाएगा.‘द नेशन’ ने पुलिस के हवाले से बताया कि आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है. थाई पुलिस पूछताछ के लिए उन्हें एक सैन्य शिविर में ले गई है. दोनों भारतीय उस कमरे में ठहरे हुए थे, जिसके ठीक सामने वाले एक कमरे से बम बनाने की सामग्री मिली थी. उस कमरे में रहने वाला एक विदेशी और एक थाई महिला की इस मामले में तलाश है. इस महिला ने यह कमरा किराए पर उस विदेशी के लिए लिया था.

दूतावास से मांगा विस्तृत रिपोर्ट
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्रालय ने अपने दूतावास से इस विषय में एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है. एक सूत्र ने बताया, ‘ इरवान बम विस्फोट के सिलसिले में पूछताछ को लेकर हमने दो भारतीय नागरिकों को हिरासत में लिए जाने की खबर देखी है. हमने वहां स्थित अपने दूतावास से इस सिलसिले में एक विस्तृत रिपोर्ट मांगा है.’

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विस्फोट में शामिल लोगों की तलाश में छापेमारी
इरावन ब्रह्मा मंदिर में 17 अगस्त को हुए बम विस्फोट में शामिल लोगों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. पुलिस और सेना के अधिकारियों के संयुक्त दल ने मिनबुरी जिले के कई भवनों और किराये के मकानों पर रविवार को छापेमारी की थी. मिन बुरी थाने के प्रभारी और मेट्रोपोलिटन पुलिस के उप कमांडर कोलोनर वट्टाना यिचिन ने कहा कि अपराधों पर अंकुश लगाने के उपायों के तहत छापामारी की गई थी क्योंकि इलाके में कई लोग विदेशियों को किराए पर घर देते हैं.

10 संदिग्धों के खिलाफ जारी हुए गिरफ्तारी वारंट
बैंकॉक विस्फोट के मामले में पुलिस अब तक 10 विदेशी संदिग्धों के खिलाफ 10 गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुकी है. इनमें से एक संदिग्ध के पास चीन का पासपोर्ट था. उधर, कंबोडिया की सीमा के निकट से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध ने सेना की पूछताछ में बताया कि उसने बम रखने वाले हमलावर के लिए बम तैयार किया था. इस संदिग्ध की पहचान यूसुफ मेराली के रूप में हुई है. बम रखने वाला हमलावर अभी तक पकड़ में नहीं आया है.

मेराली ने तैयार किया था बम
इस मामले में गिरफ्तार एडम कर्डाक उर्फ बिलल मोहम्मद नामक व्यक्ति को सबसे पहले गिरफ्तार किया गया था. उसे सेना की हिरासत से जेल भेज दिया गया है. मेराली ने स्वीकार किया कि उसने बम तैयार किए और फिर उसे पीली-शर्ट वाले संदिग्ध को सौंपा, जो सीसीटीवी फुटेज में नजर आया है. उसने सेना को बताया कि उसे बम तैयार करने का काम दिया गया था.

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विस्फोट का फरमान जारी करने वाला भाग गया बांग्लादेश
मेराली ने कहा कि हमले के मास्टरमाइंड की पहचान इजान के रूप में की है. उसने कहा कि इजान ने व्हाट्सऐप चैटिंग का इस्तेमाल करके इस हमले का फरमान जारी किया और अंजाम दिलवाया. सूत्रों के अनुसार मेराली ने बताया कि इजान विस्फोट से एक दिन पहले 16 अगस्त को बैंकॉक से हवाई मार्ग से चीन भाग गया और फिर वहां से बांग्लादेश चला गया. मेराली ने दावा किया कि वह पीली शर्ट वाले संदिग्ध से पहले कभी नहीं मिला.

इनपुट- भाषा

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