पेंटागन ने कहा है कि पाकिस्तान में आतंकवादियों की पनाहगाहों की मौजूदगी बने रहने से आपसी रिश्तों पर असर पड़ता है. साथ ही आतंक के खिलाफ कार्रवाई करने में पाकिस्तान की अक्षमता से अमेरिका और पाकिस्तान के बीच सुरक्षा सहयोग सहित द्विपक्षीय संबंध बिगड़ भी सकते हैं. पेंटागन ने पाक को दी जाने वाली आर्थिक मदद पर भी रोक लगा दी है.
आतंकियों पर कार्रवाई करे पाकिस्तान
पेंटागन ने शुक्रवार को कांग्रेस को अफगानिस्तान पर अपनी छमाही रिपोर्ट भेजी. रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका लगातार पाकिस्तान के साथ उन कदमों के बारे में स्पष्ट रहा है, जो उसे सुरक्षा का माहौल सुधारने और आतंकियों और चरमपंथी समूहों को सुरक्षित ठिकाने न मिलने देने के लिए उठाने चाहिए.
पाकिस्तान से अमेरिकी वार्ता पर असर
रिपोर्ट में कहा गया कि इसकी वजह से सुरक्षा और अफगानिस्तान में स्थिरता पर पाकिस्तान के साथ अमेरिका की वार्ता तो प्रभावित होती ही है. साथ ही साथ सुरक्षा सहयोग जैसे अन्य मुद्दों की चर्चा के दौरान अमेरिका-पाकिस्तान द्विपक्षीय संबंध पर भी असर पड़ता है.
पेंटागन ने रोकी पाकिस्तान की आर्थिक मदद
अमेरिका के रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि पाकिस्तान ने हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई की है. पेंटागन ने 30 सितंबर को खत्म होने वाले मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए गठबंधन सहयोग कोष के तहत पाकिस्तान को दी जाने वाली 30 करोड़ डॉलर की राशि रोक रखी है.
हर किसी से खेल रहा है पाकिस्तान
रिपोर्ट में कहा गया है कि हैरानी की बात है कि ओसामा बिन लादेन को छिपाए जाने की घटना के बाद पाकिस्तान में सीआईए के सेक्शन प्रमुख को जहर दे दिया जाता है. वह अमेरिका वापस आ गए. उनका और सीआईए का मानना है कि उन्हें पाकिस्तानी आईएसआई ने जहर दिया. पाकिस्तान ‘हर किसी के साथ खेल रहा है’.
आईएसआई के हाथों में जाता अमेरिकी धन
उन्होंने कहा, ‘हमारा धन लेकर यह आईएसआई के हाथों से होता हुआ अंतत: उस तालिबान और अफगानिस्तान के हाथ में जाता है जो अमेरिकियों की हत्या कर रहे हैं. अपने संशोधन के लिए सहयोग मांगते हुए कांग्रेस सदस्य रोहराबेचर ने कहा कि पाकिस्तान को अमेरिकी मदद जारी रखने से उस सरकार को मजबूती और बढ़ावा मिलेगा, जिसने अपने ही लोगों के खिलाफ अपराध किए हैं.