एक मीडिया रिपोर्ट में दक्षिणी चीन सागर में स्थित चीन के दावे वाले विवादित द्वीपों पर अमेरिका द्वारा दो B-52 लड़ाकू विमान उड़ाने का दावा किया गया है.
पेंटागन ने नहीं की पुष्टि
पेंटागन द्वरा इस खबर की पुष्टि नहीं की गई है हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि चाइनीज कंट्रोलर्स ने एक B-52 बॉम्बर तक पहुंचने का प्रयास किया था. पेंटागन के प्रेस सेक्रेटरी, 'हमें पता है कि हमने विश्व के उस हिस्से में स्थित अंतरराष्ट्रीय वायुक्षेत्र में B-52 को उड़ाते रहते हैं. मेरे हिसाब से वहां एक B-52 उड़ा था. हालांकि मुझे उस उड़ान की तारीख याद नहीं है लेकिन, चाइनीज ग्राउंड कंट्रोलर्स द्वारा उस एयरक्राफ्ट तक पहुंचने की कोशिश की गई थी. हालांकि उस विमान ने अपना मिशन बिना किसी बदलाव के ज्यों का त्यों पूरा किया.'
अखबार ने किया था दावा
एक अखबार के मुताबिक, 'अमेरिका द्वारा सप्ताहांत में साउथ चाइना सागर में चीन द्वारा बनाए गए मानव निर्मित द्वीपों के पास से दो B-52 बॉम्बर उड़ाए गए. यह उड़ान चीन द्वारा इस इलाके को अपना बताने को एक खुला चैलेंज माना जा रहा है.' पेंटागन के प्रवक्ता नेवी कमांडर बिल अर्बन ने इस मामले पर कहा कि दो B-52 बॉम्बरों ने आठ नवंबर को गुआम से उड़ान भरी थी और वो नौ नवंबर को वापस लौटे थे.
यह एक रुटीन मिशन था
उन्होंने कहा, 'दक्षिणी चीन सागर में स्थिप द्वीपों के आस-पास अंतरराष्ट्रीय वायुक्षेत्र में विमानों ने उड़ान भरी थी. यह एक रूटीन मिशन था.' अर्बन ने बताया कि उड़ान के वक्त पायलटों को चाइनीज ग्राउंड कंट्रोलर द्वारा दो मौखिक चेतावनियां भी मिली थीं. उन्होंने कहा, 'दोनों एयरक्राफ्ट ने बिना किसी परेशानी के अपना मिशन पूरा किया. और वैसे भी यह हर बार अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार ही किया जाता है.'