कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ( Omicron) की दस्तक ने दुनिया को चिंता में डाल दिया है. कोरोना का ये वैरिएंट अब तक 23 देशों में फैल गया है. इसमें अमेरिका भी शामिल है. चौंकाने वाली बात ये है कि अमेरिका के कैलिफॉर्निया में जो शख्स ओमिक्रॉन से संक्रमित हुआ है, उसे कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थीं.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (World Health Organization) के चीफ टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने बुधवार को कहा कि 23 देशों में कोरोना के नए वैरिएंट के केस सामने आए हैं. मामले बढ़ने के साथ इन देशों की संख्या में अभी इजाफा हो सकता है.
इन देशों में फैला वैरिएंट: देखें कहां कितने केस
कोरोना का नया वैरिएंट काफी अधिक संक्रामक बताया जा रहा है. यह सबसे पहले नवंबर में अफ्रीका में सामने आया था. अब तक 23 देशों में इसकी पुष्टि हो चुकी है. आइए जानते हैं, कहां कितने केस सामने आए हैं.
देश | केस |
अमेरिका | 1 केस |
ऑस्ट्रेलिया | 7 केस |
ऑस्ट्रिया | 1 केस |
बेल्जियम | 1 केस |
बोत्सवाना | 19 केस |
ब्राजील | 2 केस |
कनाडा | 6 केस |
चेक रिपब्लिक | 1 केस |
डेनमार्क | 4 केस |
फ्रांस | 1 केस |
जर्मनी | 9 केस |
हॉन्ग कॉन्ग | 4 केस |
इजराइल | 4 केस |
इटली | 9 केस |
जापान | 2 केस |
नीदरलैंड | 16 केस |
नाइजीरिया | 3 केस |
नॉर्वे | 3 केस |
पुर्तगाल | 13 केस |
सऊदी अरब | 1 केस |
स्पेन | 2 केस |
दक्षिण अफ्रीका | 77 केस |
स्वीडन | 3 केस |
यूके | 22 केस |
अमेरिका में भी केस मिला
अमेरिका में भी ओमिक्रॉन का पहला केस सामने आया है. यहां कैलिफॉर्निया में पहला केस मिला है. यह शख्स कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बावजूद संक्रमित हुआ है. हालांकि, उसमें हल्के लक्षण हैं और वह अब ठीक हो रहा है.
भारत में अभी पुष्टि नहीं
भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक भी केस सामने नहीं आया है. हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में यह जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि नया वैरिएंट भारत में न आए, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. हालांकि, भारत में कई संदिग्ध केस सामने आ चुके हैं. बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर लंदन और एम्स्टर्डम से आए चार यात्री कोरोना संक्रमित मिले थे. इन सभी की आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इनके सैंपल भेजे गए हैं और मरीजों को LNJP में भर्ती कराया गया है.
भारत ने एयरपोर्ट पर की सख्ती
केंद्र सरकार ने हाल ही में विदेशों से आ रहे नागरिकों के लिए गाइडलाइन जारी की है. इसके मुताबिक at risk देशों से आने वाले नागरिकों की हर दूसरे, चौथे और 7वें दिन आरटी-पीसीआर जांच होगी. अगर कोई नागरिक पॉजिटिव आता है, तो उसे अस्पताल भेजा जाएगा. वहीं, निगेटिव यात्रियों को 7 दिन होम क्वारंटीन रहना होगा. at risk देशों में यूरोपीय देशों, ब्रिटेन, द अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिंबाबे, सिंगापुर, हॉन्ग कॉन्ग और इजराइल को शामिल किया गया है.