नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 286 दिन ( करीब 9 महीने) बाद धरती पर लौट आए हैं. फ्लोरिडा के तट पर भारतीय समय के अनुसार तड़के लगभग 3:30 बजे स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल ने समुद्र में लैंड किया. इस लैंडिंग के साथ ही ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन का समापन हुआ. ये मिशन केवल 8 दिनों के लिए था. लेकिन इसमें 9 महीने का वक्त लगा. कैमरे में वो पल कैद हुआ जब समंदर में कैप्सूल की सफल लैंडिंग हुई.
बता दें कि दोनों अंतरिक्ष यात्री केवल 8 दिनों के लिए ही रवाना हुए थे. लेकिन तकनीकी समस्याओं के चलते उन्हें 9 महीने का वक्त वहां गुजारना पड़ा. 5 जून 2024 को बोइंग के नए स्टारलाइनर क्रू कैप्सूल के जरिए उन्हें अंतरिक्ष में भेजा गया था. विलमोर और विलियम्स ने अंतरिक्ष में 286 दिन बिताए, जो कि मूल रूप से निर्धारित समय से 278 दिन अधिक था.
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इस दौरान उन्होंने उन्होंने स्पेस स्टेशन की देखभाल और सफाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. फुटबॉल के मैदान के आकार का यह स्टेशन निरंतर रखरखाव की मांग करता है. उन्होंने पुराने उपकरणों को बदलने में भी मदद की. वैज्ञानिक प्रयोग किए.
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नासा के अनुसार, सुनीता विलियम्स और उनकी टीम ने 900 घंटे का शोध पूरा किया. उन्होंने 150 से अधिक प्रयोग किए और एक नया रिकॉर्ड बनाया - अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली महिला का. उन्होंने स्पेस स्टेशन के बाहर 62 घंटे और 9 मिनट बिताए. यानी 9 बार स्पेसवॉक किया.