लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव थमा नहीं हैं. चीन अपनी वैश्विक नीतियों को लेकर चौतरफा घिरता नजर आ रहा है. स्विट्जरलैंड और लिस्टेंस्टीन में रहने वाले तिब्बती समुदाय के लोग अब चीन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
तिब्बती समुदाय के लोगों ने यूनाइटेड नेशन कॉम्प्लेक्स के बाहर जेनेवा में चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने चीन के खिलाफ नारेबाजी की और तिब्बतियों पर होने वाले आत्याचारों के खात्मे की बात कही.
तिब्बती समुदाय के लोगों ने यूएन कॉम्प्लेक्स के बाहर पोस्टर लगाया है. पोस्टर में मांग की गई है कि तिब्बत को यूएन हाई कमिशन में मानवाधिकारों के लिए जगह दी जाए.
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पंचेन लामा की रिहाई की उठी मांग(तस्वीर-ANI)
पोस्टर में तिब्बत में हो रही हत्याओं पर भी चीन को घेरा गया है. पोस्टर में चीन को धमकी देते हुए कहा गया है कि तिब्बत में तिब्बत के लोगों को जगह दी जाए. तिब्बत में नरसंहार को तत्काल रोका जाए.
तिब्बतियों का विरोध प्रदर्शन (तस्वीर-ANI)
Members of the Tibetan community from Switzerland & Lichtenstein held an anti-China protest in front of the United Nations complex in Geneva, today. pic.twitter.com/26YEK3VyHz
— ANI (@ANI) June 19, 2020
एक अन्य पोस्टर में कहा गया है कि पंचेन लामा को आजाद किया जाए. 1995 में 6 साल की उम्र में ही चीन ने उन्हें उठा लिया है. यूएनओ, बताओ कि वह कहां है.