टाइम पर्सन ऑफ द ईयर 2016 के फाइनल विजेता की घोषणा आज की जाएगी. अमेरिकी टाइम मैगजीन के संपादकों ने इस सम्मान के आखिरी दावेदारों के तौर पर 11 लोगों को चुना है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जगह दी गई है. वह इसके लिए हुए ऑनलाइन रीडर्स पोल में जीत चुके हैं. अंतिम दावेदारों में अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन जैसी प्रमुख हस्तियां शामिल हैं. हालांकि अंतिम चयन मैगजीन के संपादक मंडल के द्वारा ही किया जाएगा.
मोदी की तारीफ
टाइम पत्रिका हर साल खबरों को प्रभावित करने वाले किसी व्यक्ति को पर्सन ऑफ द ईयर चुनती है. नरेंद्र मोदी के संदर्भ में टाइम ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री देश की अर्थव्यवस्था को ऐसी स्थिति में ले गए हैं जो ‘उभरते बाजार के तौर पर दुनिया की सबसे सकारात्मक कहानी’है. मैगजीन ने कहा है कि कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए मोदी ने 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने का कदम उठाया, लेकिन इसको लेकर चिंता यह है कि इससे देश की आर्थिक प्रगति धीमी पड़ सकती है. टाइम पर्सन ऑफ द ईयर के दावेदारों में इस बार मोदी, ट्रंप, पुतिन के अलावा फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन, यूके इंडिपेंडेंट पार्टी के नेता निगेल फैरेज, अमेरिकी जिमनास्ट और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता सिमोन बिल्स, अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और गायिका बेयोंस आदि शामिल हैं.
रविवार रात बंद हुए रीडर्स पोल में प्रधानमंत्री मोदी को कुल 18 फीसदी वोट हासिल हुए थे. इस पोल में बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रम्प और जूलियन असांजे को कुल मिलाकर जनता के महज 7 फीसदी वोट हासिल हुए. मोदी ने इस मामले में फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ( 2 फीसदी) और हिलेरी क्लिंटन ( 4 फीसदी) को भी काफी पीछे छोड़ दिया था. यह लगातार चौथा साल है, जब टाइम मैगजीन के 'पर्सन ऑफ द ईयर' के दावेदारों में मोदी को शुमार किया गया है. इसके पहले साल 2014 में भी मोदी को टाइम पर्सन ऑफ द ईयर के ऑनलाइन पोल में जीती मिली थी, लेकिन टाइम के संपादकों द्वारा पर्सन ऑफ द ईयर के खिताब के लिए चुने गए अंतिम आठ लोगों की सूची में वह जगह नहीं बना सके थे. साल 2012 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, साल 2013 में पोप फ्रांसिस, साल 2014 में 'इबोला फाइटर्स' और साल 2015 में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल को टाइम पर्सन ऑफ द ईयर घोषित किया गया था.