टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गए पांच लोगों में शामिल पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद की पत्नी क्रिस्टीन दाऊद ने कहा है कि पनडुब्बी के लापता हो जाने के बहुत समय बाद तक उन्हें उम्मीद थी कि उनके पति और उनका 19 साल का बेटा सुलेमान सही सलामत वापस आ जाएंगे. उन्होंने कहा है कि पनडुब्बी को ढूंढने के लिए चलाए जा रहे तलाशी अभियान से उन्हें काफी उम्मीदें थीं.
रविवार को जब पनडुब्बी से संपर्क टूटा तब क्रिस्टीन अपनी 17 साल की बेटी एलिना के साथ पनडुब्बी के कमांड शिप पोलर प्रिंस पर अपने पति और बेटे के जल्द लौट आने का इंतजार कर रही थीं. क्रिस्टीन ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि शुरू में तो उन्हें समझ नहीं आया कि पनडुब्बी से सपंर्क टूटने का मतलब क्या है.
शहजादा दाऊद अपने बेटे सुलेमान और अन्य तीन लोगों के साथ टाइटन पनडुब्बी पर सवार होकर टाइटैनिक का मलबा देखने गहरे समुद्र में उतरे थे. उनका यह पूरा सफर 8 घंटे का था लेकिन 1:45 मिनट बाद ही पोलर प्रिंस से पनडुब्बी का संपर्क टूट गया.
क्रिस्टीन ने कहा, 'हम सभी सोच रहे थे कि वो बस आने ही वाले हैं. 10 घंटों तक ऊहापोह की स्थिति बनी रही. तब एक वक्त वो आया जब उन्हें अपना सफर खत्म कर ऊपर आ जाना चाहिए था. जब वो समय भी बीत गया तब हमारी चिंता बढ़नी शुरू हुई, हमें लगने लगा कि कुछ तो गलत हुआ है.'
'हम बार-बार समुद्र की सतह को देख रहे थे'
क्रिस्टीन ने कहा कि टाइटन की तलाशी अभियान से उन्हें काफी उम्मीदें थी और इसी उम्मीद ने उन्हें सहारा दिया. उन्होंने कहा, 'ऊपर आने के लिए वो लोग पनडुब्बी में कई तरकीब अपना सकते थे. मुझे विश्वास था कि वो जिंदा हो सकते हैं. हम बार-बार समुद्र की सतह को देख रहे थे कि वो कहीं से वापस आ जाएं.'
क्रिस्टीन ने आगे कहा कि जब पनडु्ब्बी 96 घंटे तक बाहर नहीं आई तब उन्होंने अपने बेटे और पति के वापस आने की उम्मीद खो दी. पनडुब्बी में आपात स्थिति के लिए 96 घंटे का ऑक्सीजन मौजूद था. जब 96 घंटे बाद भी पनडुब्बी का कुछ पता नहीं चला तब क्रिस्टीन ने अपने परिवार को एक संदेश भेजा. संदेश में उन्होंने लिखा वो खुद को सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार कर रही हैं.
हालांकि, उनकी बेटी एलिना को इसके बाद भी आशा थी कि उनके पिता और भाई लौट आएंगे. उन्हें अमेरिकी कोस्ट गार्ड्स के फोन का इंतजार था.
अपने बेटे की जगह पहले खुद जाना वाली थीं क्रिस्टीन
क्रिस्टीन ने बताया कि पनडुब्बी के पानी में डाइव लगाने से पहले वो बेहद खुश थीं. वो अपने पति और बेटे के साथ हंसी-मजाक कर रही थी. उनके पति काफी समय से टाइटैनिक का मलबा देखने जाना चाहते थे और जबकि उनकी यह चाहत पूरी हो रही थी, क्रिस्टीन काफी खुश थीं.
टाइटन की यह यात्रा एक बार पहले भी शिड्यूल हुई थी जिसमें सुलेमान की जगह क्रिस्टीन अपने पति के साथ जाने वाली थीं. हालांकि, वह यात्रा कोविड महामारी के कारण स्थगित कर दी गई थी. उस दौरान सुलेमान की उम्र भी कम थी.
उन्होंने कहा, 'शहजादा समुद्र की गहराई में जाने के लिए बहुत उत्साहित थे. वो किसी बच्चे की तरह उछल रहे थे. दोनों ही बहुत उत्साहित थे.'
उनका बेटा सुलेमान पानी में अपने एक शौक को लेकर रिकॉर्ड भी कायम करना चाहता था. क्रिस्टीन ने बताया, 'वो कह रहा था कि मैं टाइटैनिक पर समुद्र के 3,700 मीटर नीचे रूबिक क्यूब को सॉल्व करूंगा. वो लोग इसे शूट भी करने वाले थे. वो दोनों ही इसे लेकर काफी उत्साहित थे.'
टाइटन में पाकिस्तानी पिता-बेटे के अलावा पनडुब्बी बनाने वाली कंपनी ओशनगेट के सीईओ और टाइटन के पायलट स्टॉकटन रश, ब्रिटेन के बिजनेसमैन हमीश हार्डिंग और फ्रांस के डाइवर पॉल हेनरी नार्जेलेट शामिल थे.
टाइटन को ढूंढने के लिए चलाए जा रहे तलाशी अभियान का नेतृत्व कर रहे अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने गुरुवार को बताया कि पनडुब्बी का मलबा मिल गया है.
मलबा टाइटैनिक के मलबे से 1,600 फीट की गहराई में ढूंढ निकाला गया. कोस्ट गार्ड ने कहा कि पनडुब्बी विनाशकारी विस्फोट (Catastrophic Implosion) का शिकार हो गई है और उसमें सवार सभी पांच लोग मारे गए हैं. टाइटैनिक का मलबा समुद्र की गहराई में 12,500 फीट की गहराई में स्थित है जहां जाने के लिए लोगों में दिलचस्पी बनी रहती है.