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तालिबान ने टोलो न्यूज के कैमरापर्सन वाहिद अहमदी को तीन घंटे बाद छोड़ा, कवरेज के बीच साथ ले गए थे लड़ाके

मंगलवार को अगानिस्तान में पाकिस्तान और तालिबान के विरोध में प्रदर्शन हो रहे थे. उस वक्त वाहिद अहमदी उसे कवर कर रहे थे. इस बीच वहां तालिबान के लड़ाके आए और कैमरामैन को अपने साथ लेकर चले गए.

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टोलो न्यूज के कैमैरापर्सन वाहिद अहमदी
टोलो न्यूज के कैमैरापर्सन वाहिद अहमदी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कैमरामैन के छोड़े जाने की जानकारी खुद Tolo News ने दी
  • काबुल में राष्ट्रपति पैलेस के पास फायरिंग की गई

टोलो न्यूज के कैमरापर्सन वाहिद अहमदी को तालिबान ने छोड़ दिया है. तीन घंटे हिरासत में रखने के बाद उन्हें छोड़ा गया है. साथ ही उनका कैमरा भी लौटा दिया है. कैमरामैन के छोड़े जाने की जानकारी खुद Tolo News ने दी है. 

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मंगलवार को अगानिस्तान में पाकिस्तान और तालिबान के विरोध में प्रदर्शन हो रहे थे. उस वक्त वाहिद अहमदी उसे कवर कर रहे थे. इस बीच वहां तालिबान के लड़ाके आए और कैमरामैन को अपने साथ लेकर चले गए.  

अफगानिस्तान में बीते एक-दो दिनों से लगातार पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था. अफगान नागरिक पाकिस्तान द्वारा पंजशीर में किए गए हमले का विरोध कर रहे हैं. 

स्थानीय मीडिया के मुताबिक, तालिबान के लड़ाकों द्वारा काबुल में राष्ट्रपति पैलेस के पास फायरिंग की गई. यहां पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी मार्च कर रह थे. राष्ट्रपति पैलेस के पास ही काबुल सेरेना होटल है, जहां पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के प्रमुख पिछले एक हफ्ते से रुके हुए हैं.

तालिबान में अंदरुनी गुटबाजी सामने आ रही

अफगानिस्तान में सरकार बनाने को लेकर तालिबान में अंदरुनी गुटबाजी सामने आ रही है. इनमें प्रमुख रूप से तीन नाम सामने आ रहे हैं. मुल्ला अब्दुल गनी बरादर, हिब्तुल्लाह अखुंदजादा और सिराजुद्दीन हक्कानी. रिपोर्ट्स के अनुसार, मुल्ला बरादर और सिराजुद्दीन हक्कानी के बीच सरकार बनाने को लेकर काफी तनातनी है और इसके अलावा भी कुछ वजहें हैं जिसके चलते अफगानिस्तान में सरकार बनने को लेकर अड़चनें पेश आ रही हैं.

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