दुनिया के खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का खात्मा करने वाली अमेरिकी नेवी सील से रिटायर हो चुके जवान ने एक किताब लिखी है कि किस तरह उन्होंने औरत बनने से पहले 20 साल तक स्क्वाड में मर्द के रूप में काम किया. दुनिया की प्रतिष्ठित सेना में से एक सील का हिस्सा रहे तब के क्रिस बेक और लिंग परिवर्तन कराकर ट्रांसजेंडर बनीं आज की क्रिस्टीन बेक की इस किताब का नाम है 'द वॉरियर प्रिंसेस'.
जब क्रिस्टीन बेक नेवी सील मे थीं तब उन्हें क्रिस बेक के नाम से जाना जाता था. मई 2011 में लादेन के खात्मे से 6 महीने पहले वे रिटायर हो गए. रिटायर होने के बाद उन्होंने अपना लिंग परिवर्तन करा लिया था और वे क्रिस से क्रिस्टीन बन गए.
सेना में काम करने के दौरान बेक को 7 युद्ध क्षेत्रों समेत 13 जगहों पर तैनात किया गया. इस दौरान उन्होंने पर्पल हाई और ब्रोन्ज स्टार भी जीते. अब बेक ने लेखक और प्रोफेसर एनी स्पेकहार्ड की मदद से 'द वॉरियर प्रिंसेस' नाम की किताब लिखी है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि सेना में सैंकड़ों पुरुषों के बीच पुरुष बनकर रहना और साथ ही महिला की तरह महसूस करना कैसा होता है.
इस किताब में उन्होंने यह भी बताया है कि उन्हें क्यों अपना लिंग परिवर्तन कराने की जरूरत पड़ी. किताब की लेखिका लिखती हैं, 'क्रिस हमेशा से लड़की बनाना चाहते थे और उन्हें महसूस होता था कि वे लड़की हैं और उन्होंने बचपन में ही अपनी असलियत पहचान ली थी.' यह किताब पिछले हफ्ते ही जारी की गई है.
गौरतलब है कि अमेरिकी सेना में ट्रांसजेंडर काम नहीं कर सकते हैं, लेकिन समलैंगिकों (गे और लेसबियन) के लिए यह नियम नहीं हैं और वे सेना को अपनी सेवा दे कसते हैं.