
खजानों की खोज में जुटी एक टीम ने दावा किया है कि उन्होंने हिटलर के जमाने के एक बड़े खजाने की खोज कर ली है. खोजी दल के मुताबिक, उन्हें हिटलर की पैरामिलिट्री फोर्स की ओर से वेश्यालय के रूप में इस्तेमाल किए गए महल के नीचे लूटे गए सोने और क़ीमती सामानों का भंडार मिला है.
खजाने की खोज करने वाली टीम ने दक्षिणी पोलैंड के मिंकोव्स्की गांव में जमीन से 10 फीट नीचे दबे एक रहस्यमय धातु के कनस्तर का खुलासा किया. इस खजाने की खोज के बाद ऐसा माना जा रहा है कि इसमें तथाकथित 'गोल्ड ऑफ ब्रेसलाऊ' भी शामिल हो सकता है. कनस्तर की लंबाई 4.5 फीट है और इसका व्यास 50 सेमी है. उम्मीद की जा रही है कि इस जगह से 4 टन सोना मिल सकता है.
ऐसा माना जाता है कि विश्व युद्ध के अंत में चौथी जगह अपना आधिपत्य स्थापित करने के लिए Schutzstaffle (SS) प्रमुख हेनरिक हिमलर के आदेश के तहत लूट की गई थी. खजाने में इस क्षेत्र में रहने वाले अमीर जर्मनों के आभूषण और क़ीमती सामान शामिल होने की उम्मीद है.
विश्व युद्ध के समय नाजी सेना ने रूसी सेना को आगे बढ़ने से रोकने के लिए खजाने को जब्त कर लिया था.
सिलेसियन ब्रिज फाउंडेशन के इन्वेस्टिगेटर रोमन फुरमानिक और उनकी टीम द्वारा यह खोज की गई. एक साल से इस साइट की तलाश कर रही टीम ने गुप्त दस्तावेज, नक्शा और डायरी प्राप्त करने के बाद गुप्त स्थान का पता लगाने में कामयाबी हासिल की.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिलेसियन ब्रिज फाउंडेशन कनस्तर को जमीन से निकालने की अनुमति का अब इंतजार कर रहा है. कनस्तर को जमीन से उठाने से पहले पोलिश सेना यह सुनिश्चित करेगी की कनस्तर को छूना सेफ है या नहीं, इसे पूरा करने में महीनों का वक्त लग सकता है.
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