अफगानिस्तान के कई हिस्सों में शुक्रवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई. वहीं भूकंप का केंद्र हिंदुकुश में सतह से 115 किलोमीटर नीचे रहा. ये झटके भारतीय समय के हिसाब से शुक्रवार सुबह 8 बजकर 50 मिनट पर आए.
जान-माल के नुकसान की खबर नहीं
भूकंप आने से अब तक जान-माल के किसी नुकसान की खबर नहीं है. इसकी एक वजह रिक्टर स्केल पर भूंकप की तीव्रता कम होना भी रहा. फिलहाल हालात सामान्य हैं.
भूकंप के लिहाज से सबसे खतरनाक क्षेत्र
हिंदुकुश का क्षेत्र भारतीय और यूरेशियाई टेक्टॉनिक प्लेटों के मिलन बिंदु के ऊपर स्थित है. भूवैज्ञानिकों के अनुसार, भूकंप के लिहाज से यह हिस्सा पृथ्वी के सबसे खतरनाक क्षेत्रों में आता है.
6 फरवरी को हिल उठा था उत्तर भारत
इससे पहले सोमवार को ही राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में भूंकप के तेज झटके महसूस किए गए थे. सोमवार रात 10 बजकर 35 मिनट और देर रात 1 बजकर 52 मिनट पर ये झटके महसूस हुए थे. रिक्टर पैमाने पर भूंकप की तीव्रता 5.8 मापी गई थी और रुद्रप्रयाग के पीपलकोटी में जमीन की सतह से 33 किलोमीटर नीचे भूकंप का केंद्र रहा था. भूकंप के तेज झटकों से रुद्रप्रयाग के कालीमठ में एक घर को क्षति पहुंचने के अलावा एक महिला और उसके बेटे को चोट आई थी, जबकि ऊखीमठ के कई घरों में दरार आ गई थी.