नॉर्थ कोरिया और अमेरिका के बीच मतभेदों के बीच शुक्रवार को दो अमेरिकी बॉम्बर्स सुपरसॉनिक विमानों ने कोरियाई द्वीप के ऊपर उड़ान भरी. इसके बाद इस क्षेत्र में हलचल बढ़ गई है. बता दें कि अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने पहले एशियाई दौरे के लिए वॉशिंगटन से निकल चुके हैं. वे इसी इलाके से सटे साउथ कोरिया, चीन, जापान का दौरा करेंगे.
इससे पहले हुए इस तरह के ड्रिल को लेकर नॉर्थ कोरिया अमेरिका को ब्लैकमेलर बता चुका है. नॉर्थ कोरिया हमेशा इस तरह के अभ्यासों को हमले की तैयारी बताता रहा है. साथ ही नॉर्थ कोरिया अमेरिका को कोरियाई प्रायद्वीप में शांति भंग करने वाला गुंडा और न्यूक्लियर वॉर को बढ़ावा देने वाला बताता रहा है. वहीं साउथ कोरिया के जासूसों के अनुसार नॉर्थ कोरिया जल्द एक और मिसाइल टेस्ट की तैयारी कर रहा है.
आपको बता दें कि दो सुपरसोनिक बॉम्बर्स विमानों ने गुआम के एंडरसन एयरफोर्स बेस से उड़ान भरी. अमेरिकी पेसिफिक एयरफोर्स के अनुसार हवा में अमेरिकी विमानों को जापान का साथ मिला और जापान के एयरफोर्स के फाइटर्स विमानों ने दल को जॉइन किया.
इसके दोनों देशों के दल को यलो सी के ऊपर साउथ कोरिया के फाइटर्स विमानों ने जॉइन किया. अमेरिकी पेसिफिक एयरफोर्स के अनुसार इसके बाद एयरक्राफ्ट अपने अपने स्टेशन वापस लौट गए. अमेरिकी पेसिफिक एयरफोर्स ने हालांकि यह साफ किया कि यह अभ्यास लगातार हो रहे अभ्यासों का हिस्सा है, न कि वर्तमान हालातों की वजह से उठाया गया कदम.
अमेरिका-नॉर्थ कोरिया में दिन ब दिन बढ़ रही है टेंशन
तानाशाह किम जोंग उन की धमकियों के बीच दोनों देशों के बीच लगातार टेंशन बढ़ रही है. खुद को परमाणु संपन्न होने का ऐलान कर चुके नॉर्थ कोरिया ने धमकी दी है कि अगर वो किसी भी वक्त जंग के लिए तैयार है.
ट्रंप के दौरे में चर्चा का विषय रहेगा नॉर्थ कोरिया
ट्रंप चीन, जापान और साउथ कोरिया जैसे पांच देशों के दौरे पर हैं. बताया जा रहा है कि दौरे में बिजनेस के साथ साथ अमेरिकी राष्ट्रपति तीनों देशों से नॉर्थ कोरिया को लेकर भी बात कर सकते हैं.
कितने ताकतवर हैं अमेरिकी बॉम्बर्स
अमेरिकी एयरफोर्स के तीन बॉम्बर्स B-1B ने उड़ान भरी. ये साउथ कोरिया के गुआम एयरबेस पर अपना ठिकाना बनाए हुए हैं. बता दें कि यहां अमेरिकी बॉम्बर्स साउथ कोरिया और जापान के साथ मिलकर इससे पहले कई बार अभ्यास कर चुके हैं. इससे पहले पिछले हफ्ते साउथ कोरिया के एयरस्पेस में प्रवेश के बाद दो बॉम्बर्स ने पूर्वी तट पर एयर-टू-ग्राउंड मिसाइल ड्रिल भी की.
नॉर्थ कोरिया-अमेरिका में तनाव क्यों?
नॉर्थ कोरिया अमेरिका को लगातार चुनौती देता रहा है. ओबामा के बाद ट्रंप प्रशासन में भी किम जोंग उन ने हथियारों के विस्तार कार्यक्रम को बंद नहीं किया है. पिछले साल जनवरी में नॉर्थ कोरिया ने हाइड्रोजन बम का टेस्ट किया था. ट्रंप की चेतावनी के बाद भी नॉर्थ कोरिया हथियारों के विस्तार कार्यक्रम से पीछे नहीं हट रहा है. साउथ कोरिया, अमेरिका और जापान जैसे देश इसे लेकर कई बार यूएन में शिकायत कर चुके हैं. इस साल उत्तर कोरिया ने पांच परमाणु और एक मिसाइल सीरीज के परीक्षण की शुरूआत की. पिछले दिनों किम जोंग उन ने कहा था- कुछ भी हो वे कहीं भी और कभी भी परमाणु टेस्ट कर सकते हैं.