इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शुक्रवार को 'गाजा रिवेरा: सॉल्यूशन ऑर सैक्रिलेज विषय पर बातचीत के लिए लेखक और इजरायल की पूर्व संसद सदस्य इनात विल्फ ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने मिडिल ईस्ट के हालात पर भी खुलकर अपने पक्ष रखे.
जब विल्फ से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा रिवेरा प्लान यानी कि गाजा के पुनर्निमाण को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आपको ट्रंप के इस फैसले को समझने से पहले गाजा के हालात को जानना होगा. विल्फ ने कहा कि गाजा में वो सबकुछ है जो एक बेहतर जगह पर होनी चाहिए. वहां उपजाऊ जमीन है. संसाधन है और अच्छा भौगोलिक समर्थन है. लेकिन फिर भी वहां समस्याएं राजनीतिक हैं.
राजनीतिक समस्याओं के चलते वह जगह पूरी तरह से तबाह है. लेकिन अगर इस तरह के प्लान से वहां के लोगों के जीवन में बदलाव आ सकता है तो ये एक बेहतर प्लान है. इससे वहां के हालात सुधरेंगे.
फिलिस्तीन के साथ संबंधों के सवाल पर विल्फ ने कहा कि दुनिया के कई देश एक तरफा बयान देते हैं. लेकिन ये समझना होगा कि फिलिस्तीन ने हमेशा हमें मान्यता देने से इनकार किया है. वो हमें एक देश के रूप में मान्यता देने से इनकार करते हैं. उनकी समस्या की असली वजह उनकी विचारधारा है जिसमें वो खुद फंस रहे हैं.
7 अक्तूबर हमारे लिए काला दिन
7 अक्तूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इस हमले को लेकर जब विल्फ से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो हमारे लिए एक काला दिन था. बेहद डरावना मंजर था. हमास ने अत्याचार की सारें हदें पार कर दी थीं. सबकुछ बहुत प्लानिंग से किया गया था. लेकिन जब वो अपनी प्लानिंग में फेल हो गए तो उन्होंने बेचारा बनने की एक्टिंग की. मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूं कि उनका मकसद हमें खत्म करने का था. लेकिन वो ऐसा नहीं कर सके.
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विल्फ ने फिलिस्तीनियों के संकट के बारे में बातचीत करते हुए कहा कि आप देखेंगे कि गाजा में हर जगह चेक प्वाइंट हैं. लेकिन ये समझना होगा कि वो क्यों हैं. वहां का प्रशासन ऐसा क्यों है. अरब देश भी गाजा के सगे नहीं हैं. वो उनके साथ खड़े होने का दिखावा करते हैं. गाजा के लोगों को ये समझना होगा कि उनका हित किसमें है. उन्हें इजरायल को भी मान्यता देनी होगी. एक रास्ता निकालना होगा जिससे शांति बनी रहे.