अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु बटन पास होने तक की धमकी वाले माहौल के बीच प्रेसिडेंट ट्रंप ने यह बयान देकर सबको हैरान कर दिया है कि वह किम जोंग से फोन पर बात करना चाहते हैं. इसे विश्व शांति के लिहाज से एक शुभ संकेत माना जा सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि नॉर्थ कोरिया के लीडर किम जोंग उन से वह फोन से बात करने को 'बिल्कुल' तैयार हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच होने जा रही बातचीत का कुछ सकारात्मक नतीजा निकलेगा.
गौरतलब है कि शुक्रवार को नॉर्थ कोरिया इस बात पर राजी हुआ था कि वह साउथ कोरिया से अगले हफ्ते आधिकारिक बातचीत करेगा. दोनों के बीच दो साल से भी ज्यादा समय के बाद ऐसी बातचीत होने जा रही है. इसकी घोषणा के कुछ घंटे पहले ही अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच होने वाली एक सैन्य अभ्यास को टालने की खबर आई थी.
समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार कैम्प डेविड में पत्रकारों ने जब यह सवाल किया कि क्या वह किम से बिना शर्त बातचीत को तैयार हैं, तो इसके जवाब में ट्रंप ने कहा, 'निश्चित रूप से मैं करूंगा. मुझे तो ऐसा करने में कोई दिक्कत नहीं है. गौरतलब है कि ट्रंप और किम के बीच हाल के दिनों में काफी तीखी बयानबाजी हुई है और दोनों ने एक दूसरे को 'पागल, सनकी' जैसे शब्दों से विभूषित किया है. नॉर्थ कोरिया के बार-बार किए जाने वाले मिसाइल टेस्ट की वजह से ट्रंप वहां के लीडर किम जोंग को 'रॉकेट मैन' कहकर मजाक उड़ाते रहे हैं.
इसी हफ्ते जब नॉर्थ कोरिया के लीडर किम ने यह धमकी दी कि न्यूक्लियर बटन उनके टेबल पर ही है, तो इसका मजाक उड़ाते हुए ट्रंप ने कहा कि उनके पास इससे बड़ा बटन है.
North Korean Leader Kim Jong Un just stated that the “Nuclear Button is on his desk at all times.” Will someone from his depleted and food starved regime please inform him that I too have a Nuclear Button, but it is a much bigger & more powerful one than his, and my Button works!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 3, 2018
नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच बर्फ पिघल रही है और दोनों देशों के बीच शीतकालीन ओलंपिक पर बातचीत होने जा रही है. किम ने संकेत दिए हैं कि इस ओलंपिक में नॉर्थ कोरिया की टीम शामिल हो सकती है. ट्रंप ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच बातचीत ओलंपिक से आगे जाएगी. हालांकि ट्रंप ने इसका श्रेय लेते हुए कहा कि उनके लगातार दबाव की वजह से ऐसा हो पा रहा है.