रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच तुर्की ने इराक में सैन्य अभियान शुरू कर दिया है. तुर्की ने उत्तरी इराक के कुर्दिस्तान में सैन्य हमले करने शुरू कर दिए हैं. तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकर ने इसकी पुष्टि की है.
तुर्की के रक्षा मंत्री ने बताया कि तुर्की के लड़ाकू विमानों, हेलिकॉप्टरों और ड्रोन्स ने कुर्दिश लड़ाकों को टारगेट बनाते हुए उनके कैंप, टनल, शेल्टर और हथियार रखने की जगहों पर हमले किए.
रक्षा मंत्री ने कहा, तुर्की की ओर से कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी से संबंधित टारगेट को निशाना बनाया गया. उन्होंने बताया कि इससे पहले तुर्की की सेना के कमांडो भी इराक की सीमा में दाखिल हो गए हैं.
सफल रहे हमले- तुर्की रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री हुलुसी अकर ने कहा, तुर्की के लड़ाकू विमानों ने पीकेके से संबंधित शेल्टर्स, बंकरों, टनलों-सुरंगों, हथियारों के डिपो और मुख्यालयों पर सफलतापूर्वक हमले किए. उन्होंने कहा, कुर्दिश लड़ाके उत्तरी इराक में पैर जमाए हुए हैं और तुर्की पर हमलों के लिए इस क्षेत्र का इस्तेमाल करते हैं.
रक्षा मंत्री ने कहा, तुर्की ने पिछले दशकों में कुर्दिश लड़ाकों के खिलाफ कई सीमा पार कर हवाई और जमीनी अभियान चलाए हैं. उन्होंने कहा, इस बार आक्रमण उत्तरी इराक के मेटिना, जैप और अवशिन-बस्यान क्षेत्रों में किए गए.
तुर्की ने कुर्दिश लड़कों के पीकेके संगठन के ठिकानों पर कार्रवाई की. पीकेके को अमेरिका और यूरोपीय संघ भी आतंकी संगठन घोषित कर चुका है. इराक सीरिया, ईरान और अर्मेनिया में रहते हैं. इनकी आबादी करीब ढाई से साढ़े तीन करोड़ है. ऐसे में कुर्द लगातार अपना नया देश बनाने की मांग उठाते आए हैं. इसके लिए वे जनमत संग्रह भी कर चुके हैं.
तुर्की की राजधानी में हुआ धमाका
इसी बीच तुर्की के इस्तांबुल में आज सोमवार को बड़ा धमाका सुनाई दिया. इसमें 10 लोग घायल बताए जा रहे हैं. यह धमाका इस्तांबुल के Beyoglu जिले में हुआ. यहां रेस्क्यू का काम जारी है. बताया जा रहा है कि यह धमाका एक रिहायशी बिल्डिंग की अंडरग्राउंड केबल लाइन में हुआ. धमाके के बाद उस रिहायशी बिल्डिंग से लोगों को बाहर निकाला गया.