तुर्की में राष्ट्रपति चुनावों के पहले दौर में बहुमत हासिल कर जब रजब तैयब एर्दोआन की जीत मिल चुकी है. इस जीत के साथ ही वह राष्ट्रपति पद की कमान संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
जीत के बाद 64 वर्षीय एर्दोआन ने अपनी पार्टी के मुख्यालय से राजधानी अंकारा में अपने समर्थकों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, 'चुनाव के विजेता उनके देश के सभी 8.1 करोड़ नागरिक हैं.'
शीर्ष चुनाव समिति (वायएसके) के प्रमुख सैदी गुवेन ने पत्रकारों को विस्तृत जानकारी एवं आंकड़ों का ब्यौरा दिए बिना बताया था कि प्राप्त वैध मतों में राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ है.
सरकारी समाचार एजेंसी ‘अनाडोलू’ द्वारा जारी नतीजे भी वायएसके के आंकड़ों पर आधारित है. इनमें भी एर्दोआन को पूर्ण बहुमत मिलने की बात बताई गई है.
‘अनाडोलू’ की रिपोर्ट के अनुसार 99 प्रतिशत वोटों की गिनती के आधार पर एर्दोआन को राष्ट्रपति चुनावों में 52.5 प्रतिशत मत मिले हैं. वहीं ‘रिपब्लिकन पीपल्स पार्टी’(सीएचपी) के प्रतिद्वंद्वी मुहर्रम इन्स को 31.7 प्रतिशत मत हासिल हुए.
राष्ट्रपति के मत पत्र पर चार और उम्मीदवार थे, जिनमें से कोई भी 8.4% से अधिक वोट जुटाने में असमर्थ रहा. अंतिम नतीजों की घोषणा वायएसके शुक्रवार को करेगा.
पिछले साल तुर्की के संविधान में कुछ बदलाव किए गए थे जो कि इस साल हुए चुनावों के बाद लागू होंगे. जिनमें मंत्रियों और उप-राष्ट्रपतियों सहित सीधे शीर्ष सरकारी अधिकारियों की नियुक्ति, देश की कानूनी व्यवस्था में हस्तक्षेप करने की शक्ति,आपात स्थिति को लागू करने की शक्ति प्रदान करता है.