तुर्की ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार हल किया जाना चाहिए. उसकी यह टिप्पणी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के साथ मुलाकात करने के बाद आई है.
एर्दोआन के न्यौते पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की दो दिवसीय तुर्की यात्रा समाप्त होने पर जारी किए गए संयुक्त बयान में तुर्की का यह रुख सामने आया है. बयान में कहा गया है कि दोनों देशों को जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को सतत बातचीत के जरिए और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों के अनुसार हल करने की कोशिश पर जोर देना चाहिए.
वहीं भारत का हमेशा से कहना रहा है कि कश्मीर पाकिस्तान के साथ उसका द्विपक्षीय मुद्दा है और तीसरे पक्ष की इसमें कोई भूमिका नहीं है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 3 जनवरी को दो दिवसीय तुर्की दौरे के लिए रवाना हुए थे. इमरान तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के निमंत्रण पर वहां गए थे. उनके साथ विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, वित्त मंत्री असद उमर, योजना मंत्री मखदूम खुसरो बख्तियार समेत एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी गया था.