ईरान दौरे पर पहुंचे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को 19 जुलाई को एक असहज स्थिति का सामना करना पड़ा. तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन से बातचीत से पहले पुतिन को 50 सेकंड तक उनका इंतजार करना पड़ा. पुतिन के लिए इंतजार की ये घड़ियां बहुत भारी रहीं. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि पुतिन उस कमरे में दाखिल होते हैं, जहां तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन से उनकी औपचारिक मुलाकात होनी थी लेकिन उनका अभिवादन करने के लिए वहां कोई नहीं था.
इस कमरे में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के लिए कुर्सियां लगी थीं. पुतिन अपनी कुर्सी के सामने खड़े हो जाते हैं और एर्दोआन का इंतजार करने लगते हैं. 50 सेकंड का यह इंतजार पुतिन पर भारी पड़ा. इस दौरान वह काफी असहज रहे, वह अपने हाथों को बांधकर खड़े हो गए. इन चंद सेकेंड में कभी वह कुर्सियों को देख रहे थे तो कभी फर्श को. इस दौरान वह स्थिर खड़े ना होकर काफी हिल-डुल रहे थे और मुंह हिला रहे थे.
वीडियो में देखा जा सकता है कि जैसे ही एर्दोआन कमरे में दाखिल हुए, पुतिन ने दोनों हाथ उठाकर राहत की सांस ली.
एर्दोआन, पुतिन को देखकर मुस्कुराए और गर्मजोशी से हाथ मिलाते हुए कहा, हैलो, कैसे हैं आप, अच्छे?
हंगामा है क्यों बरपा?
दरअसल पुतिन आधिकारिक बैठकों से पहले वैश्विक नेताओं को इंतजार कराने के लिए जाने जाते हैं. वह कई मौकों पर कुछ नेताओं को कई घंटों तक इंतजार करवा चुके हैं.
तुर्की की मीडिया का अंदेशा है कि यह 2020 में मॉस्को में हुई घटना का बदला हो सकता है. उस समय पुतिन ने एर्दोआन को एक बैठक से पहले उन्हें लगभग दो मिनट तक इंतजार कराया था. ईरान में 2022 में कई चीजें बदल गई हैं.
तुर्की की एक वेबसाइट टी24 ने इस खबर की हेडलाइन में सवालिया लहजे में कहा, क्या यह बदला था?
सोशल मीडिया पर वायरल यह 50 सेकंड का वीडियो यह भी बयां कर रहा है कि यूक्रेन युद्ध के बाद कितना कुछ बदल गया है.
मिडल ईस्ट के एक मीडिया संगठन द नेशनल न्यूज की वरिष्ठ संवाददाता जॉयस करैम ने ट्वीट कर कहा, यह एर्दोआन के लिए स्वीट पेबैक (Sweet Payback) है. 2020 में पुतिन ने उन्हें दो मिनट तक इंतजार कराकर अपमानित किया था.
बता दें कि पुतिन ने तेहरान में तुर्की के राष्ट्रपति से मुलाकात की और यूक्रेन से गेहूं के निर्यात सहित कई मुद्दों पर बातचीत की.
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