दुनिया भर के करीब 20 करोड़ लोगों के लिये अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम बन चुकी माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर विश्व के करीब 1600 राजदूतों और दूतावासों को एक दूसरे से जोड़ते हुये उनके लिये एक तरह से ‘हॉटलाइन’ जैसा काम कर रही है.
ट्विटर पर कूटनीतिक गतिविधियों पर नजर रखने वाली वेबसाइट ‘ट्विप्लोमेसी डॉट कॉम’ के मुताबिक विश्व के करीब 1600 राजदूत और दूतावास ट्विटर पर मौजूद हैं. ये राजदूत और दूतावास न केवल ट्वीट करते हैं बल्कि अन्य देशों के अकांउटों को ‘फॉलो’ कर उनके ट्वीट, वहां की गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं. साथ ही वे विभिन्न मुद्दों पर एक दूसरे को ट्वीट और रिट्वीट भी कर सकते हैं.
जिन देशों के दूतावासों और राजदूतों के ट्विटर अकाउंट मौजूद हैं, उनमें अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, न्यूजीलैंड, थाइलैंड, स्वीडन, इस्राइल, तंजानिया, संयुक्त अरब अमीरात, रूस आदि प्रमुख हैं.
गौरतलब है कि ट्विटर के करीब 20 करोड़ सदस्य हैं जिसमें चर्चित हस्तियां, कंपनियां, संगठन आदि शामिल हैं. ट्विटर वर्तमान समय में 33 भाषाओं में उपलब्ध है जहां लोग ट्वीट के जरिये स्थानीय से लेकर वैश्विक मुद्दों, अपनी रूचि आदि के बारे में अपनी राय रखते हैं.
इनमें भारत और पाकिस्तान के राजदूत और दूतावास शामिल हैं. भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन का आधिकारिक ट्विटर अकांउट पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता को ‘फॉलो’ करता है.
इसी तरह पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का अकाउंट भारतीय विदेश मंत्रालय के ‘पब्लिक डिप्लोमेसी’ और अमेरिका में भारतीय राजदूत निरूपमा राव के अकाउंट को ‘फॉलो’ करता है. निरूपमा भी पाक विदेश मंत्रालय को ‘फालो’ करती हैं. अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास विश्व भर में फैले अमेरिका के लगभग सभी दूतावासों और महावाणिज्य दूतावासों तथा दुनिया की प्रमुख हस्तियों और समाचार संगठनों एवं पत्रकारों को ‘फालो’ करता है.
भारतीय दूतावास ने अब तक 360 ट्वीट किये हैं. इनमें भारत और अमेरिका से जुड़े विभिन्न मुद्दों, भारतीय उपलब्धियों और विशेषताओं के बारे में ट्वीट किया गया है. अमेरिका में भारतीय दूतावास के 897 फालोवर हैं. वहीं भारतीय राजदूत निरूपमा राव ट्विटर पर काफी सक्रिय हैं और उनके 134997 फालोवर हैं.
इसके अलावा कंबोडिया, अफगानिस्तान, नेपाल, मंगोलिया, अर्जेंटीना आदि देशों में स्थित भारतीय दूतावास के अपने ट्विटर अकाउंट हैं. ये ट्विटर अकाउंट वहां के लोगों में भारतीय संस्कृति और महत्वपूर्ण मुद्दों पर लोगों को ट्वीट के जरिये जागरूक कर रहे हैं और भारत का पक्ष रख रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि कूटनीति में संबंधों को सुधारने और किसी आपात स्थिति में राष्ट्राध्यक्षों के बीच एक-दूसरे से सीधे संचार के लिये दुनियाभर में ‘हॉटलाइन’ का इस्तेमाल किया जाता है.