ट्विटर ने अपने 33 करोड़ (330 मिलियन) यूजर्स से पासवर्ड बदलने का आग्रह किया है. माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि इंटरनल लॉग में एक एक बग पाया गया है, जिसे ठीक कर दिया गया है.
ट्विटर की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि इसकी वजह से यूजर्स के डेटा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. ना ही किसी तरह की सुरक्षा प्रभावित हुई है. अपने बयान में ट्विटर ने कहा, 'हमने हाल ही में एक बग पाया है, जिसकी वजह इंटरनल लॉग में संरक्षित पासवर्ड का खुलासा हो गया है. बग को ठीक कर दिया गया है, साथ ही किसी भी तरह से डेटा में सेंध नहीं लगी है.'
हालांकि बग को ठीक कर दिए जाने के बावजूद कंपनी ने सावधानी बरतते हुए अपने यूजर्स को पासवर्ड चेंज करने को कहा है. कंपनी ने कहा है कि इस तरह की बग से जुड़ी समस्या दोबारा न हो, इसके लिए प्लान तैयार किए जा रहे हैं.
We recently found a bug that stored passwords unmasked in an internal log. We fixed the bug and have no indication of a breach or misuse by anyone. As a precaution, consider changing your password on all services where you’ve used this password. https://t.co/RyEDvQOTaZ
— Twitter Support (@TwitterSupport) May 3, 2018
ट्विटर ने भी कैंब्रिज एनालिटिका को बेचा डेटा
बता दें कि सोशल मीडिया साइट ट्विटर भी कैंब्रिज एनालिटिका से संबंधित डेटा घोटाले में घिरी हुई है. मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई है. ब्रिटेन की राजनीतिक सलाहकार कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका करीब 8.7 करोड़ फेसबुक प्रयोगकर्ताओं के डेटा का इस्तेमाल बिना उनकी जानकारी के करने के लिए विवादों के घेरे में आई थी.
संडे टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, कैंब्रिज एनालिटिका के लिए टूल्स बनाने वाले एलेक्सेंडर कोगन ने 2015 में माइक्रोब्लागिंग वेबसाइट से डेटा खरीदे थे. कोगन ने ग्लोबल साइंस रिसर्च ( जीएसआर ) की स्थापना की थी. इस इकाई को ट्विटर के आंकड़े प्राप्त हो जाते थे. कोगन का कहना है कि उन्होंने इस सूचना का इस्तेमाल सिर्फ ‘ब्रैंड रिपोर्ट’ तैयार करने और ‘सर्वे एक्सटेंडर टूल्स’ के लिए किया और ट्विटर की नीतियों का कतई उल्लंघन नहीं किया.
मार्क जकरबर्ग ने मानी थी गलती
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोगन ने दिसंबर, 2014 से अप्रैल, 2015 के दौरान ट्विटर से ट्वीट, प्रयोगकर्ता के नाम, फोटो, प्रोफाइल तस्वीर और गंतव्य संबंधी डाटा खरीदे. इससे पहले इसी महीने फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा था कि 8.7 करोड़ प्रयोगकर्ताओं का डाटा अनुचित तरीके से कैंब्रिज एनालिटिका को दिया गया.
फेसबुक के मुकाबले ट्विटर के पास हैं कम सूचनाएं
रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर ट्वीट सार्वजनिक थे. ट्विटर कंपनियों और संगठनों से उन्हें सामूहिक रूप से जुटाने के लिए शुल्क वसूलती है. फेसबुक द्वारा अपने प्रयोगकर्ताओं की गोपनीयता को सुरक्षित रखने में विफल रहने के बाद सोशल मीडिया कंपनियां गहन जांच के घेरे में हैं. ट्विटर जैसी कंपनियों के पास फेसबुक की तुलना में कहीं कम निजी सूचनाएं रहती हैं.