पाकिस्तान में सोमवार की सुबह दो अलग-अलग ब्लास्ट में 30 लोगों के मौत की खबर है. पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर क्षेत्र में तालिबान द्वारा सेना के एक काफिले को निशाना बनाकर किये गए हमले में 20 सैनिक मारे गये और 30 अन्य घायल हो गये. जबकि दूसरी घटना में इस्लामाबाद से थोड़ी दूर स्थित रावलपिंडी में पाकिस्तानी फौज के मुख्यालय के पास एक आत्मघाती हमलावर ने जबर्दस्त बम धमाका किया. इस धमाके में कम से कम 10 लोग मारे गए. धमाका एक बाजार में हुआ जो बेहद सुरक्षित माना जाता है. धमाके के बाद इस इलाके को सेना ने घेर लिया. पुलिस चीफ अख्तर हयात लालिका ने बताया कि इस धमाके में 14 लोग जख्मी भी हुए हैं.
इन घटनाओं के चलते प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने स्विट्जरलैंड की अपनी यात्रा रद्द कर दी.
सेना ने जवाबी कार्रवाई में क्षेत्र में संदिग्ध आतंकवादी ठिकानों पर बमबारी की. हमले की जिम्मेदारी लेने वाले तहरीके तालिबान पाकिस्तान ने एक बयान जारी करके कहा कि वह सरकार के साथ बातचीत को तैयार है.
बम विस्फोट से उस निजी वैन को निशाना बनाया गया जिसे फ्रंटियर कोर ने सैनिकों को खबर पख्तूनख्वा के बन्नू से उत्तरी वजीरिस्तान कबायली क्षेत्र ले जाने के लिए किराये पर लिया था. सेना के मीडिया इकाई ने एक बयान में कहा, ‘बन्नू कैंटोनमेंट क्षेत्र में एक वाहन पर किये गए आईईडी हमले में 20 सैनिकों मारे गए और 30 अन्य घायल हो गए.’ बयान में कहा गया है विस्फोट सुबह पौने नौ बजे (पाकिस्तानी समयानुसार) उस समय हुआ जब वैन कैंटोनमेंट क्षेत्र के परेड ग्राउंड में खड़ी थी.
फ्रंटियर कोर के जवान वाहन में बैठे हुए थे और उत्तर वजीरिस्तान एजेंसी जाने को तैयार थे. सैन्य सूत्रों ने बताया कि छह शव इतने क्षतविक्षत हो गए थे कि उनकी पहचान नहीं की जा सकती थी. एक सूत्र ने कहा, ‘उनकी पहचान करने के लिए डीएनए जांच करायी जा रही है. गंभीर रूप से घायल 15 लोगों को हेलीकाप्टर से पेशावर स्थित सैन्य अस्पताल भेजा गया है.’ इससे पहले खबरों में कहा गया था कि विस्फोट में 22 सैनिक मारे गए लेकिन सेना ने 20 मौतों की पुष्टि की.
आधिकारिक बयान में शरीफ के हवाले से कहा कि शरीफ ने बन्नू की घटना के साथ ही आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि के मद्देनजर विश्व आर्थिक मंच के लिए स्विट्जरलैंड के दावोस की अपनी यात्रा रद्द कर दी है.
उन्होंने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, ‘हमारा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और हमारे नागरिकों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के कर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.’
प्रतिबंधित तहरीके तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद ने एक बयान में कहा कि उनके समूह ने अपने नेताओं की हत्या का बदला लेने के लिए यह हमला किया. प्रवक्ता ने इसके साथ ही कहा कि तालिबान सरकार के साथ बातचीत के लिए तैयार है.
उसने कहा, ‘बातचीत को लेकर हमारा रूख बहुत स्पष्ट है. यदि सरकार अपनी सत्ता और ईमानदारी साबित करती है तो हम अपने नुकसान के बावजूद सार्थक वार्ता के लिए तैयार हैं.’ शांति वार्ता शुरू होने पर संभावित संघषर्विराम के बारे में उल्लेख करते हुए शाहिद ने कहा कि यह सरकार पर निर्भर करेगा क्योंकि उसने युद्ध शुरू किया था और अमेरिका के इशारे पर कबायली क्षेत्रों में सैनिक भेजे थे.’
उसने कहा, ‘सरकार को अब संघषर्विराम घोषित कर देना चाहिए क्योंकि उसे बातचीत के लिए एक अनुकूल माहौल बनाना होगा. यदि सरकार विश्वास बहाली उपाय करती है तो हम अपने अभियानों की समीक्षा भी कर सकते हैं.’ राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने विस्फोट की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ऐसा कायराना हमला आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ कानून अनुपालन अधिकारियों और देश की प्रतिबद्धता को कमजोर नहीं कर सकता.