संयुक्त अरब अमीरात ने को कहा कि खार्तूम में उसके राजदूत के आवास पर सूडानी सैन्य विमान ने हमला किया, इसे यूएई ने अंतरराष्ट्रीय कानून का "घोर उल्लंघन" बताया और कड़ी निंदा की. वहीं, सूडानी सेना ने आरोप को खारिज कर दिया है और इसके बजाय अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) को दोषी ठहराया है.
यूएई के राज्य मंत्री शेख शखबूत अल नाहयान अल नाहयान ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में कहा कि हम 29 सितंबर 2024 को खार्तूम में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत के आवास पर सूडानी सशस्त्र बलों द्वारा किए गए ज़बरदस्त हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जो राजनयिक परिसर और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों और मानदंडों, विशेष रूप से राजनयिक संबंधों पर वियना सम्मेलन की अखंडता के मूल सिद्धांत का घोर उल्लंघन है.
सूडानी सेना ने बार-बार यूएई पर सूडान के 17 महीने पुराने युद्ध में अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) को हथियार और सहायता प्रदान करने का आरोप लगाया है. हालांकि खाड़ी देश ने इन आरोपों से इनकार किया है. जबकि संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध निगरानीकर्ताओं ने इन आरोपों को विश्वसनीय बताया है कि यूएई ने आरएसएफ को सैन्य सहायता प्रदान की थी.
बता दें कि पिछले साल अप्रैल में सूडानी सेना और आरएसएफ के बीच स्वतंत्र चुनावों के लिए युद्ध छिड़ गया था. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि लगभग 25 मिलियन लोगों यानी सूडान की आधी आबादी को सहायता की जरूरत है, क्योंकि वहां अकाल मंडरा रहा है और लगभग 8 मिलियन लोग अपने घरों से भाग गए हैं.
यूएई के बयान में कहा कि मंत्रालय ने राजनयिक संबंधों को रेग्युलेट करने वाली संधियों के अनुसार राजनयिक भवनों और दूतावास के कर्मचारियों के आवासों की सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया है.