ओवल ऑफिस में ज़ेलेंस्की और डोनाल्ड ट्रंप के बीच तेज़ बहस के बाद, अमेरिका ने यूक्रेन को भेजे जाने वाले सभी सैन्य उपकरणों पर अस्थायी रोक लगा दी है. व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के अनुसार, यह रोक उन सभी उपकरणों पर लागू होगी जो अभी तक यूक्रेन तक नहीं पहुंचे हैं. इनमें एंटी-टैंक हथियार, तोपों के गोले और रॉकेट शामिल हैं. अधिकारी ने स्पष्ट किया कि सहायता को तभी फिर से शुरू किया जाएगा जब ट्रंप को लगेगा कि यूक्रेन के नेता शांति वार्ताओं के प्रति प्रतिबद्ध हैं.
अमेरिकी सहायता में प्रमुख योगदान
इंडिया टुडे के डेटा इंटेलिजेंस यूनिट के विश्लेषण के अनुसार, जनवरी 24, 2020 से दिसंबर 31, 2024 तक यूक्रेन के लिए सबसे अधिक समर्थन अमेरिकी सरकार द्वारा ही दिया गया है. केइल इंस्टीट्यूट फॉर द वर्ल्ड इकॉनॉमी के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका ने कुल €114 अरब आवंटित किए हैं, जिसमें से लगभग €64.1 अरब सैन्य सहायता के रूप में और €46.4 अरब वित्तीय सहायता के रूप में शामिल हैं.
यूरोपीय सहयोग और वैकल्पिक प्रयास
पूर्व यूक्रेनी उप-रक्षा मंत्री व्लादिमीर हार्विलोव ने बीबीसी से कहा कि यूरोप अब “उदयमान” है और यूक्रेन को आवश्यक हथियार व दैनिक आवश्यकताओं की आपूर्ति कर सकता है ताकि अमेरिकी सहायता में आई गिरावट की भरपाई हो सके.
यूरोपीय संघ (Commission and Council) ने कुल €49 अरब की सहायता प्रदान की है, जिसमें से €46.4 अरब वित्तीय सहायता के रूप में है, लेकिन सैन्य सहायता के लिए विशेष निधि नहीं आवंटित की गई है. यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उल्सा वॉन डर लेयेन ने एक €800 अरब के "रियरम यूरोप प्लान" का प्रस्ताव भी रखा है, जिसका उद्देश्य यूक्रेन को त्वरित सैन्य सहायता प्रदान करना है.
अन्य देशों की भागीदारी
जर्मनी: €17 अरब की कुल सहायता, जिसमें से €12.6 अरब सैन्य सहायता के रूप में है.
यूनाइटेड किंगडम: लगभग €15 अरब की सहायता, जिसमें लगभग 70% सैन्य सहायता में खर्च किया गया.
जापान: €10 अरब का योगदान, हालांकि इसमें सैन्य सहायता शामिल नहीं है.
अन्य देशों जैसे स्वीडन, डेनमार्क, और पोलैंड ने भी सैन्य सहायता को प्राथमिकता दी है.
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया: यूएस की सैन्य सहायता पर रोक से यूरोपीय देशों में चिंता की लहर दौड़ गई है. फ्रांस ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए चेतावनी दी है कि इससे शांति प्रयासों में देरी हो सकती है, जबकि यूके ने अपनी मजबूत वित्तीय और सैन्य सहायता जारी रखने का आश्वासन दिया है. ट्रंप का जोर शांति वार्ता पर है और वह चाहते हैं कि यूक्रेन के नेता भी इस दिशा में स्पष्ट प्रतिबद्धता दिखाएं.
अन्य सहायता एवं वितरण आंकड़े:
अमेरिका ने जनवरी 24, 2020 से दिसंबर 31, 2024 तक यूक्रेन के लिए €46.6 अरब की बजटरी सहायता दी है, जिसमें से लगभग 62% राशि पहले ही वितरित हो चुकी है.
यूरोपीय संघ ने €46.4 अरब की प्रतिबद्धता जताई है, जिसका वितरण दर 91% तक पहुंच चुका है.
जापान, कनाडा और यूके ने भी अपने आवंटित राशियों का 70% से अधिक वितरित कर दिया है.
यूक्रेनी शरणार्थियों के लिए सहायता:
यूरोपीय देशों ने यूक्रेनी शरणार्थियों की मदद के लिए कुल €130 अरब से अधिक की राशि आवंटित की है, जिसमें जर्मनी (€35.4 अरब) और पोलैंड (€29.5 अरब) प्रमुख योगदानकर्ताओं में शामिल हैं. साथ ही स्पेन, चेकिया और फ्रांस ने भी शरणार्थियों के लिए महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान की है.
इस तरह, अमेरिकी प्रशासन द्वारा यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता पर लगाई गई अस्थायी रोक और साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग व वैकल्पिक प्रयासों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश जारी है, जबकि शांति वार्ता की दिशा में भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है.