रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी से युद्ध ( Russia- Ukraine war) जारी है. युद्ध में सोमवार को रूस की ओर से यूक्रेन की राजधानी कीव में कई जगहों पर धमाके किए गए. राजधानी कीव में धमाके होने के बाद पूरे शहर में सायरन बजने लगे. लोग खुद को बचाने के लिए बंकरों की तरफ भागे. कुछ लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए रेलवे स्टेशन पर शरण ली है.
एक तरफ मिसाइलें, दूसरी तरफ शून्य से 3 डिग्री नीचे तापमान ने लोगों की मुसीबत को दोगुना कर दिया है. यूक्रेन की राजधानी कीव के सेंट्रल रेलवे स्टेशन ट्रेन का इंतजार कर रहे स्थानीय निवासी आसपास के शहरों की तरफ जाना चाहते है. वहीं, वहां पर फंसे अन्य देशों ने लोग पोलैंड सीमा के पास जाना चाहते हैं, ताकि वहां उन्हें किसी तरह की मदद मिल सके और वह अपने देश सुरक्षित लौट जाएं.
यूक्रेन ने हटाया कर्फ्यू
दरअसल, युद्ध के बीच कीव में कर्फ्यू को हटा दिया गया है. ऐसे में वहां फंसे लोग अब रेलवे स्टेशन पर जाकर शहर से निकल सकते हैं. लोग आसानी से शहर को छोड़कर जा सकें इसके लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. कर्फ्यू हटने के बाद से पूरे 2 दिन के बाद टैक्सियां भी चल रही हैं और कीव में लोगों का मूवमेंट शुरू हो गया है.
अब तक 5 लाख से ज्यादा लोगों ने छोड़ा यूक्रेन
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने सोमवार को कहा कि पिछले सप्ताह रूस द्वारा आक्रमण किए जाने के बाद पांच लाख से ज्यादा लोगों ने यूक्रेन छोड़ दिया है. जिनेवा स्थित UNHCR की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने कहा कि यूक्रेन के 2,81,000 लोगों ने पोलैंड में प्रवेश किया है और हंगरी में 84,500 से अधिक, मोल्दोवा में लगभग 36,400, रोमानिया में 32,500 से अधिक लोगों तथा स्लोवाकिया में लगभग 30,000 लोग पहुंचे हैं.
अगले 24 घंटे यूक्रेन के लिए है सबसे कठिन
इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि, अगले 24 घंटे यूक्रेन के लिए सबसे कठिन होने वाले हैं. वहीं जी 7 नेताओं ने यूक्रेन के विदेश मंत्री से बात की. उन्होंने कहा कि रूस के खिलाफ लड़ाई में सभी देश यूक्रेन का समर्थन जारी रखेंगे. इधर, रूसी हमलों में यूक्रेन के 352 आम नागरिकों की मौत हुई है. इसमें 14 बच्चे भी शामिल हैं.