
Ukraine-Russia Crisis: यूक्रेन की राजधानी कीव से शनिवार को एक अलग ही तस्वीर सामने आई. यहां की 22 साल की दशा इन दिनों बच्चों को पढ़ाने के बजाए हथियार चलाने की ट्रेनिंग ले रही है. कीव में बने एक ट्रेनिंग सेंटर में दशा तबड़तोड़ हथियार चला रही हैं. उन्होंने कहा कि रूस के हमले की आशंका के बीच देश की रक्षा के लिए ये जरूरी है.
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अगले कुछ दिनों में यूक्रेन पर रूस की ओर से हमले की आशंका जताई है. उनके इस आशंका के बाद यूक्रेन के कई युवा बॉर्डर पर जाने के लिए तैयार हो रहे हैं. युवा अपने देश की रक्षा करने के लिए एके 47 असॉल्ट राइफल्स और पिस्तौल सहित छोटे हथियारों के यूज की बुनियादी ट्रेनिंग लेने के लिए आगे आ रहे हैं.
देश की रक्षा के लिए स्कूली शिक्षकों समेत कई युवा राष्ट्र की सहायता के लिए चिकित्सकों, ड्राइवरों के रूप में काम करना चाहते हैं. उनका प्रयास ये भी है कि यूक्रेन के बाहर जो यूक्रेनियन हैं, उन्हें भी देश की रक्षा के लिए लाया जाए.
इससे पहले शुक्रवार को भी कीव से एक तस्वीर आई थी जिसमें इंडियन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के छात्र साईं जॉर्जिया लीजन को ज्वाइन किया है. साईं यूक्रेन की राजधानी कीव में जॉर्जिया के नेशनल आर्मी सेंटर में युद्ध की ट्रेनिंग ले रहे हैं. तमिलनाड़ु के साईं ने इसी सप्ताह नेशनल आर्मी ट्रेनिंग सेंटर को ज्वाइन किया है. साईं का इरादा बॉर्डर पर लड़ने का है. साईं ने बताया कि वो एयरोस्पेस इंजीनियर बनने के लिए पढ़ाई कर रहे थे. अब एक लड़ाकू बनने के लिए ट्रेनिंग ले रहा है लेकिन उसे डर है कि इसकी मंजूरी उसका परिवार नहीं देगा.
उधर, जॉर्जिया के नेशनल आर्मी ट्रेनिंग सेंटर में अमेरिका के विलियम्स युद्ध की ट्रेनिंग दे रहे हैं. विलियम्स अमेरिकी युद्धा का दिग्गज रहे हैं. वे यूक्रेन आकर यहां के नागरिकों को मिलिशिया में शामिल होने और सीमा पर लड़ने की ट्रेनिंग दे रहे हैं. साथ ही सीमा पर हताहतों को वहां से निकालने की ट्रेनिंग दे रहे हैं. करीब 100 स्थानीय, ब्रिटेन और पूर्व सोवियत ब्लॉक देशों के कुछ लोग अब तक ट्रेनिंग ले चुके हैं.
ये भी पढ़ें