संयुक्त राष्ट्र में भारत को एक बार फिर से बड़ी जीत मिली है. भारत की जगजीत पवाड़िया को इंटरनेशनल नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड (INCB) का दोबारा सदस्य चुना गया है. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी चीन के हाओ वेई को हराकर रिकॉर्ड वोटों से जीत हासिल की.
संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद में पहले राउंड की वोटिंग में जगजीत पवाड़िया के पक्ष में 44 वोट पड़े. हालांकि इस चुनाव में जीतने के लिए सिर्फ 28 वोटों की जरूरत होती है. आपको बता दें कि मंगलवार को 54 सदस्यीय इकोनॉमिक एंड सोशल काउंसिल के 5 सदस्यों के चुनाव के लिए वोटिंग हुई. इन पांच पदों के लिए 15 उम्मीदवार मैदान में थे.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैय्यद अकबरुद्दीन ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. जगजीत पवाड़िया ने आईएनसीबी में दोबारा से चुने जाने पर खुशी जाहिर की है. साथ ही निष्पक्ष रूप से अपनी सेवाएं देने का वादा किया है.
India’s Jagjit Pavadia tops all comers in 15 candidate field.
We are deeply grateful to all India’s many friends who ensured such a huge win in a very competitive election . 🙏🏽 pic.twitter.com/ff0f7fZxzZ
— Syed Akbaruddin (@AkbaruddinIndia) May 8, 2019
चीन ने अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए विकासशील देशों के साथ लॉबिंग भी करने की कोशिश की, लेकिन फिर भी हार का सामना करना पड़ा. चीन के हाओ वेई को पहले राउंड में कुल 22 वोट हासिल हुए, जबकि दूसरे राउंड में सिर्फ 19 वोट मिले. वो इस चुनाव को जीतने के लिए न्यूनतम 28 वोट भी हासिल नहीं कर पाए.
उधर, जगजीत पवाड़िया ने पहले राउंड में ही 44 वोट हासिल कर लिया. पवाड़िया के बाद पहले राउंड में सिर्फ मोरक्को और परागुआ के प्रत्याशियों को ही 28 से ज्यादा वोट मिले. मोरक्को के जल्लाल तौफीक के पक्ष में 32 और परागुआ के केसर टॉमस अर्स रिवास के पक्ष में 31 वोट पड़े.
इसके अलावा फ्रांस और कोलंबो के उम्मीदवार अगले राउंड की वोटिंग के बाद चुनाव जीतने में कामयाब हुए. जगजीत पवाड़िया को पांच साल के लिए चुनाव गया है. उनका कार्यकाल अगले साल 2 मार्च 2020 से शुरू होगा और वो साल 2025 तक अपने पद पर रहेंगी.
इससे पहले उनको पहली बार साल 2014 में आईएनसीबी के लिए चुना गया था. वो साल 2016 में आईएनसीबी की उपाध्यक्ष और साल 2015 व 2017 में स्टैंडिंग कमेटी ऑन इस्टीमेट्स की अध्यक्ष भी नियुक्त हो चुकी हैं. पवाड़िया भारत की पूर्व नारकोटिक्स कमिश्नर और भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) की अधिकारी हैं.
इसके अतिरिक्त भारत ने फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन के डायरेक्ट जनरल पद के लिए भी प्रत्याशी मैदान में उतारा है. नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद्र को भारत का उम्मीदवार बनाया गया है. अगले महीने रोम में फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव होगा.
रमेश चंद्र के खिलाफ चार उम्मीदवार मैदान में हैं. अगर इस चुनाव में रमेश चंद्र को जीत मिलती है, तो वो फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन के डायरेक्टर जनरल जोस ग्रैजियानो डा सिल्वा का स्थान लेंगे.