संयुक्त राष्ट्र (UN) ने सोमवार को कहा कि गाजा में राहत एजेंसी के नौ कर्मचारी 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमास हमले में शामिल हो सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) के इन कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया जाएगा. UN के डिप्टी स्पोक्सपर्सन फरहान हक ने कहा, "पाए गए सुबूत नौ लोगों के लिए यह निष्कर्ष निकालने के लिए पर्याप्त थे कि वे 7 अक्टूबर के हमलों में शामिल हो सकते हैं."
7 अक्टूबर, 2023 को फिलिस्तीनी समूह हमास ने गाजा पट्टी से दक्षिणी इजरायल के गाजा इलाके में सशस्त्र घुसपैठ करते हुए इजरायल पर एक आश्चर्यजनक हमला किया. इसको फिलिस्तीन की तरफ से दशकों में सबसे बड़ी झड़प के तौर पर देखा गया. इस दौरान करीब 1,200 लोग मारे गए और कई लोगों को बंदी बना लिया गया. इजरायल ने इसका जवाब युद्ध स्तर पर दिया और मौजूदा वक्त में भी संघर्ष जारी है.
सुबूत मिलने का दावा
UN प्रवक्ता ने कहा कि आंतरिक निरीक्षण सेवा कार्यालय ने हमलों में 19 UNRWA स्टाफ सदस्यों के आरोपों की जांच पूरी कर ली है और सुबूत इकट्ठा कर लिए गए हैं.
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उन्होंने कहा कि OIOS ने हमलों में कथित रूप से शामिल 19 UNRWA स्टाफ सदस्यों में से प्रत्येक के संबंध में जानकारी निकाली है. एक मामले में, स्टाफ सदस्य के शामिल होने के आरोपों का समर्थन करने के लिए OIOS द्वारा कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं किया गया, जबकि नौ अन्य मामलों में, OIOS द्वारा प्राप्त साक्ष्य स्टाफ सदस्य की संलिप्तता का समर्थन करने के लिए अपर्याप्त थे.
इजरायल के आरोप के बाद हुई जांच
इस साल जनवरी में, इजरायल ने आरोप लगाया था कि सहायता एजेंसी के कर्मचारी 7 अक्टूबर के हमले का हिस्सा थे. इजरायल ने 12 UNRWA कर्मचारियों पर भी आरोप लगाया था कि वे हमले में शामिल थे. इन आरोपों की वजह से एजेंसी को कई दानदाताओं द्वारा दिए जाने वाले फंड पर रोक लग गई. इन आरोपों के बाद संयुक्त राष्ट्र ने जांच शुरू की थी.
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