नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम उल्लंघन की बढ़ती घटनाओं के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भारत और पाकिस्तान से अपने मुद्दे कूटनीति और बातचीत के जरिए सुलझाने को कहा है. बान के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने संवाददाताओं को बताया, ‘संयुक्त राष्ट्र महासचिव दोनों देशों से अपने मुद्दों को कूटनीतिक पहलों और बातचीत के जरिए सुलझाने का आह्वान करेंगे.’
संवाददाताओं ने उनसे पूछा था कि क्या दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने में संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोई भूमिका निभा सकते हैं?
संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं लगातार हो रही हैं. मंगलवार की रात पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा और जम्मू सेक्टर की 40 सीमा चौकियों तथा 25 सीमाई बस्तियों पर भारी मोर्टार दागे और गोलीबारी की थी जिससे 12 व्यक्ति घायल हो गए थे.
इससे एक दिन पूर्व पाकिस्तान द्वारा किए गए संघषर्विराम उल्लंघन की भयावह घटना में पांच ग्रामीण मारे गए और 34 अन्य घायल हो गए थे.
इस बीच पाकिस्तान ने कथित संघर्ष विराम उल्लंघन की घटना को लेकर भारत के समक्ष विरोध दर्ज कराया और यहां तक कि उसने इस स्थिति को लेकर ‘यूएन मिलिट्री ऑब्जर्वर ग्रुप इन इंडिया एंड पाकिस्तान’ (यूएनएमओजीआईपी) कार्यालय से भी संपर्क किया है. भारत हालांकि हमेशा से ही यह कहता रहा है कि यूएनएमओजीआईपी अपनी ‘प्रासंगिकता खो चुका है’ और उसके पास इस संदर्भ में कोई भूमिका नहीं है.