पाकिस्तान ने अभियुक्तों को मौत की सजा पर स्थगन बहाल करने संबंधी संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ की अपील को ठुकरा दिया है और कहा, ‘आतंकवादियों के लिए मृत्युदंड से अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं होता.’
डॉन न्यूज ने एक सरकारी प्रवक्ता के हवाले से कहा, ‘पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय का सम्मान करता है, लेकिन देश असाधारण परिस्थिति से गुजर रहा है, जिसके लिए विशेष कदम उठाने की आवश्यकता है.’ संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने 25 दिसंबर को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से बातचीत की थी और उनसे मौत की सजा पर रोक लगाने को कहा था.
विदेश कार्यालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा है, ‘शांतिपूर्ण पाकिस्तान दुनिया के हित में है. पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संधि के तहत अपने दायित्वों को लेकर सजग है.
आतंकवादियों को मृत्युदंड से किसी अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं होता.’ यूरोपीय संघ ने भी पाकिस्तानी सरकार से मौत की सजा रोकने को कहा था. हालांकि अमेरिका ने इसे पाकिस्तान का आंतरिक मामला करार दिया है.