पाकिस्तानी आईटी कंपनी एकजैक्ट द्वारा फर्जीवाड़े की जांच की आंच से अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम भी झुलस सकता है. इंडिया टुडे को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के अनुसार, दाऊद ने इस कंपनी में अरबों डॉलर रुपया निवेश किया है. उसके बिजनेस एम्पायर पर खतरा मंडरा रहा है.
फर्जी विश्वविद्यालयों के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के जरिए लाखों डॉलर बनाने की आरोपी इस आईटी कंपनी के घोटाले की जांच पाकिस्तान सरकार ने शुरू कर दी है. इसकी जांच में एफबीआई और इंटरपोल से भी मदद मांगी जा सकती है.
गृह मंत्री निसार अली खान के मुताबिक, हमने एफबीआई और इंटरपोल से सहायता मांगने का फैसला किया है. हम ब्रिटेन से भी सहयोग की मांग कर सकते हैं, लेकिन अभी तक इस बारे में फैसला नहीं किया गया है. न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित फर्जीवाड़े की खबर के बाद जांच में अहम प्रगति हुई है.
एकजैक्ट कंपनी के सीईओ शोएब अहमद शेख ने इंडिया टुडे को बताया कि डेक्लन वाल्श जैसे पत्रकारों ने पहले हमारी कंपनी की छवि खराब करने की कोशिश की है. हमारा नाम जबरदस्ती अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ जोड़कर इसकी सूचना पड़ोसी मुल्कों को दी जा रही है.
उधर, एफआईए ने कराची में एकजैक्ट के हेडक्वार्टर, इस्लामाबाद और रावलपिंडी के ऑफिसों में छापेमारी की है. कई कंप्यूटर तथा अन्य संबंधित दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया है. कंपनी के कुछ कर्मचारियों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
चुनाव के वक्त पाकिस्तान से निष्कासित हुए थे वाल्श
बताते चलें कि न्यूयॉर्क टाइम्स के डैकलन वाल्श ने जाली डिग्रियों की इस स्टोरी को करके पाकिस्तान सहित पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है. वाल्श पाकिस्तान में आम चुनाव के वक्त 72 घंटे के भीतर देश छोड़कर चले जाने का आदेश दिया गया था.
उनको एक नोटिस दिया गया था, जिसमें कहा गया था कि उनकी अवांछनीय गतिविधियों के कारण उनका वीज़ा निरस्त कर दिया गया है. लेकिन नोटिस में यह नहीं बताया गया है कि उनके द्वारा कौन सी अवांछनीय गतिविधियां की जा रही थी.
20 अरब डॉलर की कंपनी है एकजैक्ट
एकजैक्ट के मालिक शोएब शेख के मुताबिक, 18 साल पहले एक कमरे से उन्होंने यह बिजनेस शुरू किया था. आज इस देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी की संपत्ति 20 अरब डॉलर है. 20 देशों में इनका बिजनेस फैला है, जिसमें 25 हजार लोग काम करते हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में एकजैक्ट के सॉफ्टवेयर और सिस्टम दो अरब लोग इस्तेमाल करते हैं. लेकिन कराची स्टॉक एक्सचेंज में 'एकज़ैक्ट' का नाम शामिल नहीं है. यह कंपनी पाकिस्तान सॉफ़्टवेयर एसोसियशन की मेंबर भी नहीं है.
पाकिस्तान में ही है दाऊद
भारत का मोस्ट वांटेड अपराधी पाकिस्तान में आईएसआई के संरक्षण में रह रहा है. चार महीने पहले सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान से आने वाले दाऊद इब्राहिम की तीन फोन कॉल्स को पकड़ा था. दाऊद ने ये कॉल पाकिस्तान से अपने गुर्गे जावेद को दुबई में की थी.
इन कॉल्स के पकड़े जाने के बाद इस बात की पुष्टि हो गई है कि गैंगस्टर का ठिकाना पड़ोसी देश है. इसके साथ ही पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित का झूठ भी पकड़ा गया कि दाऊद पाकिस्तान में नहीं है.
सूत्रों के मुताबिक जावेद दुबई और भारत में दाऊद का बिजनेस संभालता है. जावेद को तीन बार फोन करने से पहले दाऊद पाकिस्तान से अपने एक दूसरे गुर्गे तारिक के साथ भी रोजाना बात करता था. सूत्रों ने कहा, 'जावेद दाऊद का बिजनेस संभालता है, इसमें रियल एस्टेट, नारकोटिक्स, हवाला, सट्टेबाजी और फिक्सिंग शामिल है.'