एक मुस्लिम यात्री से कथित भेदभाव के बाबत सैकड़ों लोगों ने यूनाइटेड एयरलाइंस के बहिष्कार का निर्णय किया है. विमान कंपनी पर एक विमान में डाइट कोक की बिना खुली कैन के मुद्दे पर इस्लामोफोबिया (इस्लाम को लेकर भय) के कारण एक यात्री के साथ भेदभाव का आरोप है.
रविवार को स्पष्ट भेदभाव को लेकर ताहिरा अहमद की फेसबुक पर की गई पोस्ट इंटरनेट पर वायरल हो गई है. बताया जाता है कि शिकागो के एक विश्वविद्यालय में मुस्लिम धर्मगुरु ताहिरा वीकएंड पर एक विमान में सवार थी. उसने स्वच्छता कारणों से सोडा की बिना खुली कैन मांगी. उससे कहा गया, 'मैं माफी चाहता हूं. मैं आपको बिना खुली कैन नहीं दे सकता. लिहाजा आपके लिए कोई डाइट कोक नहीं है.' जबकि पास बैठे एक अन्य व्यक्ति को उड़ान सेवा की ओर से बिना खुली हुई बीयर की कैन दी गई. सवाल करने पर उड़ान सेवा ने कहा, 'हम बिना खुली कैन लोगों को देने के लिए अधिकृत नहीं है क्योंकि वे उसे विमान में हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं.'
ताहिरा अहमद का आरोप है कि इस भेदभाव के दौरान उनके सह यात्रियों ने भी उनकी कोई मदद नहीं की. अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि उन्हें रास्ते में एक सहयात्री ने कहा, 'तुम मुसलमान हो , तुमें चुप रहने की जरूरत है.. चुप हो जाओ.' ताहिरा का कहना है कि उस यात्री ने उनके साथ अभद्र भाषा का उपयोग किया.
क्या लिखा फेसबुक पोस्ट में
अपने पोस्ट में ताहिरा ने लिखा है, 'मैं यूनाइटेड एयरलाइंस की उड़ान में 30 हजार फुट की उंचाई पर हवा में बैठी थी और भेदभाव के कारण अपमान से मेरे आंसू बह रहे थे.' इस पोस्ट के साथ हैशटैग #IslamophobiaISREAL का इस्तेमाल भी किया गया. इस पोस्ट के फौरन बाद मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर इस कथित घटना को धर्मान्धता की अक्षम्य घटना बताया, जबकि कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने कहा कि वे यूनाइटेड एयरलाइंस का बहिष्कार करेंगे.
इस बीच यूनाइटेड एयरलाइन के प्रवक्ता चार्ल्स होबार्ट ने 'द गार्जियन' अखबार से कहा कि एयरलाइन ताहिरा अहमद से संपर्क करने का प्रयास कर रही है.