संयुक्त राष्ट्र ने कश्मीर मसले पर दखल देने से साफ मना कर दिया है. यूएन के इस कदम से पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है. पाकिस्तान ने यूएन से कश्मीर मसले पर दखल देने की मांग की थी. लेकिन यूएन ने साफ तौर पर इस मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है.
संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों देश कश्मीर मसले को आपसी बातचीत के जरिए सुलझाएं. यूएन की तरफ से कहा गया, 'ये दोनों देशों का आपसी मसला है, इस पर हमारी दखलंदाजी ठीक नहीं.'
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिकी सीनेटरों से मुलाकात के दौरान सोमवार को कश्मीर का मसला उठाया और कहा कि इसका हल संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुरूप होना चाहिए.
शरीफ ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच आगे बढ़ने के लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है. उन्होंने अमेरिकी सांसदों टिम कैने और एंगस किंग से मुलाकात की. ये दोनों सांसद अमेरिकी सेना की सीनेट की समिति के सदस्य हैं.
सीमा पर फायरिंग के मसले पर भी यूएन ने पाकिस्तान की मांग ठुकरा दी है. पाकिस्तान ने हाल में यूएन को पत्र लिखकर एलओसी पर हो रही फायरिंग में दखल देने की मांग की थी. नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने यूएन प्रमुख बान की मून को लिखे पत्र में भारत पर जानबूझकर और बिना किसी उकसावे के सीजफायर तोड़ने और सीमा पार से गोलीबारी करने का आरोप लगाया था.
इससे पहले यूएन जनरल असेंबली में भी शरीफ ने कश्मीर का मसला उठाया और इसपर दखल की मांग की थी.