आतंकवाद पर लगाम लगाने की कोशिशों में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है. संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा समिति (UNSC) में शुक्रवार को एक प्रस्ताव पास किया गया है जिसका मकसद आतंकी संगठनों को मिलने वाली फंडिंग पर रोक लगाना है यानी जो देश या तत्व आतंकी फंडिंग को बढ़ावा देते हैं उनके खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के स्तर पर कार्रवाई की जा सकेगी.
इस प्रस्ताव के पास होने के मौके पर संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी सदस्य सैयद अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान को लताड़ लगाई है. सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के द्वारा पास किया गया ये प्रस्ताव आतंकी फंडिंग पर लगाम लगाएगा. जो देश आतंकियों को पनाह दे रहे हैं, वह लगातार इस तरह के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी सदस्य अकबरुद्दीन ने कहा कि आतंकी आज नए-नए तरीकों से पैसे इकट्ठे कर रहे हैं और अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं. आतंकी नियमों को तोड़ने के लिए तैयार हैं और कुछ देश उनकी मदद भी कर रहे हैं. ये देश पहले भी लगातार इस तरह की हरकतें करते आए हैं.
New milestone adopted by @UN to Counter Terrorist Financing.
Unfortunately, States who are apologists for terrorists will continue to provide alibis to justify their actions & inaction too - @IndiaUNNewYork
https://t.co/OeupspHS38#zerotoleranceforTerror#NoMoneyforTerror pic.twitter.com/vRNHdi86ku
— Syed Akbaruddin (@AkbaruddinIndia) March 29, 2019
उन्होंने कहा कि ग्लोबल कम्युनिटी अगर एक्शन के लिए आगे आती है तो भारत इसके लिए पूरी तरह से तैयार है. इस दौरान उन्होंने फाइनेंशियल टास्क फोर्स की भी तारीफ की.
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को घेरने के लिए भारत लगातार दवाब बनाने की कोशिश कर रहा है. भारत की पहल पर ही अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में बैन लगाने का प्रस्ताव फिर से लेकर लाए हैं. पहले इस प्रस्ताव को चीन ने वीटो पावर लगाकर रोक दिया था, लेकिन ये सभी देश दोबारा प्रस्ताव लेकर आए हैं.
पुलवामा में हुए आतंकी हमले का दोषी मसूद अजहर अभी पाकिस्तान में है और चीन अपने वीटो पावर के दम पर अब तक चार बार उसे ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचा चुका है. पाकिस्तान ने इस कदम के लिए चीन को धन्यवाद भी किया था.