
इजरायल और हमास की जंग के बीच मिडिल ईस्ट में बड़े युद्ध का खतरा मंडरा रहा है. हमास के समर्थक हूतियों पर पिछले दो दिनों से अमेरिका एयर स्ट्राइक कर रहा है. उसने ब्रिटेन के साथ मिलकर दर्जनों बमबारी कर हूती के कई ठिकानों को तबाह कर दिया. शुक्रवार के हमले में हूती के रडार सिस्टम को निशाना बनाया गया, जिसके जरिए वे लाल सागर में मिसाइलें दागते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का रुख स्पष्ट है और साफ कर चुके हैं कि वह 'लाल सागर में शिपिंग रूट की सुरक्षा' चाहते हैं. ताजा हमले में बताया जा रहा है कि पांच लोग मारे गए हैं.
ताजा हमलों को अकेले अमेरिकी सेना ने अंजाम दिया है. अमेरिका सेना के मुताबिक, अमेरिकी डिस्ट्रॉयर USS Carney ने Tomahawk क्रूज मिसाइलों से यमन पर ताजा हमला किया है. इस संबंध में ज्यादा जानकारी दिए बगैर ही अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि यमन में हूती के रडार सिस्टम को निशाना बनाया गया है. इसी के जरिए वे लाल सागर में लगातार मिसाइलें दाग रहे थे. इसके जवाब में शुक्रवार को अमेरिकी सेना ने यमन में हूतियों के 30 ठिकानों को निशाना बनाया. राजधानी सना में अल-दैलामी एयरबेस को भी निशाना बनाया गया है.
यमन एयर स्ट्राइक पर क्या बोले जो बाइडेन?
अमेरिकी वायु सेना की मध्यपूर्व कमान ने बताया कि उसने यमन में 60 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया, जिनमें "कमांड-एंड-कंट्रोल नोड्स, युद्ध सामग्री डिपो, लॉन्चिंग सिस्टम, उत्पादन सुविधाएं और वायु रक्षा रडार सिस्टम शामिल हैं. देर रात जारी बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमला यह स्पष्ट करने के लिए है कि अमेरिका और उसके सहयोगी लाल सागर पर "आतंकवादी समूह" के लगातार हमलों को "बर्दाश्त नहीं करेंगे." उन्होंने कहा कि उन्होंने कूटनीतिक बातचीत की कोशिशों और सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद ही यह कदम उठाया है.
यूएस-यूके के हमलों के जवाब में हूती ने दागीं मिसाइलें
यूएस जॉइंट स्टाफ के डायरेक्टर लेफ्टिनंट जनरल दुगला सिम्स न बताया कि गुरुवार के एयर स्ट्राइक के जवाब में हूतियों ने एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल दागे थे. हालांकि, अमेरिकी शिप पर किए गए ये हमले नाकाम रहे. इससे पहले अमेरिकी और ब्रिटिश वायु सेना ने जॉइंट ऑपरेशन में यमन की राजधानी सना और चार अन्य शहरों में 73 हूती ठिकानों को निशाना बनाया था. इस हमले में हूती के पांच लड़ाके मारे गए और अन्य छह घायल हो गए.
क्षेत्रीय लड़ाई में तब्दील हो रहा इजरायल-हमास युद्ध!
अक्टूबर 2023 में इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से ही इसके क्षेत्रीय लड़ाई में तब्दील होने की आशंका बनी हुई है. मसलन, ईरान समर्थित हथियारबंद समूह लगातार इजरायल-अमेरिका को 'सबक सिखाने' की धमकियां दे रहे हैं. लेबनान से हिजबुल्ला के हमले और यमन से हूतियों के मिसाइल अटैक से खतरा और बढ़ा. इसी को रोकने के लिए अमेरिका ने यमन में एयर रेड किए. इसके बाद हूतियों ने भी अमेरिका को चेताया है कि वे चुप नहीं बैठेंगे और इसका जवाब देंगे.