सीरिया में युद्ध विराम को लेकर अमेरिका और तुर्की में समझौता हो गया. तुर्की सीरिया में अब 5 दिनों तक कोई भी सैन्य ऑपरेशन नहीं करेगा. इस बात की घोषणा अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने की.
माइक पेंस ने कहा कि उत्तरी सीरिया में युद्ध विराम के लिए तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन के साथ समझौता हुआ है. कुर्दिश लड़ाकों के वापस जाने तक तुर्की 120 घंटे तक सीरिया में अपने सभी सैन्य अभियानों को रोक देगा.
समझौते के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह सौदा तीन दिन पहले तक नहीं हो सकता था. इसे पूरा करने के लिए कुछ कठिन प्रेम की आवश्यकता थी. सबके लिए अच्छा है. सभी पर गर्व है.
This is a great day for civilization. I am proud of the United States for sticking by me in following a necessary, but somewhat unconventional, path. People have been trying to make this “Deal” for many years. Millions of lives will be saved. Congratulations to ALL!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) October 17, 2019
ट्रंप ने कहा कि उनके लिए एक महान दिन है. अमेरिका के लिए गर्व की बात है. इस समझौते के लिए कई साल से कोशिश चल रही थी. करोड़ों जिंदगियां बच जाएंगी. सभी को बधाई.
इससे पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि सीरिया के पूर्वोत्तर सीमा क्षेत्र में कुर्द मिलिशिया के खिलाफ तुर्की सेना के सैन्य अभियान के बीच अमेरिकी जवानों को खतरनाक हालात में नहीं भेजा जाना चाहिए.
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने बुधवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, "अगर तुर्की सीरिया में जाता है तो यह तुर्की और सीरिया के बीच की बात है." ट्रंप ने कहा कि यह तुर्की और अमेरिका के बीच का मामला नहीं है.
उस संबंध में ट्रंप ने इस महीने के शुरुआत में अमेरिकी विशेष अभियान के जवानों की एक टुड़की को सीरिया के सीमा से उत्तरी सीरिया में भेजने के अपने फैसले का बचाव किया और इस तरह से तुर्की को पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के खिलाफ कदम उठाने की अनुमति दी.
वाईपीजी कुर्दिश मिलिशिया समूह है, जिसकी तुर्की आतंकवादी कहकर निंदा करता है. इसके बाद दूसरे संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने एक बार फिर से सीमावर्ती क्षेत्र से अमेरिकी बलों की वापसी का जिक्र किया.