scorecardresearch
 

रोहिंग्या संकट US का बड़ा बयान- म्यांमार पर बैन से नहीं सुलझेगा मसला, सू की न भी दी सफाई

बुधवार को टिलरसन ने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थी संकट को लेकर वह अब भी म्यांमार पर प्रतिबंध लगाए जाने पर जोर नहीं देंगे. हालांकि उन्होंने अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ सेना के अत्याचार को लेकर एक स्वतंत्र जांच कराने की अपील की.

Advertisement
X
आंग सान सू की और अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन
आंग सान सू की और अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन

Advertisement

रोहिंग्या संकट को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने बड़ा बयान दिया है. बुधवार को उन्होंने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थी संकट को लेकर वह अब भी म्यांमार पर प्रतिबंध लगाए जाने पर जोर नहीं देंगे. हालांकि उन्होंने अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ सेना के अत्याचार को लेकर एक स्वतंत्र जांच कराने की अपील की.

वहीं, रोहिंग्या शरणार्थी संकट पर खुद के चुप रहने को लेकर दुनिया भर में हो रही आलोचना पर म्यांमार की नेता आंग सान सू की ने कहा कि उन्होंने इस तरह से अपनी बात रखी है, जिससे सांप्रदायिक तनाव नहीं भड़केगा.

इसके साथ ही उन्होंने रोहिंग्या संकट पर चुप्पी साधने के आरोपों को भी सिरे से खारिज कर दिया. समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक टिलरसन ने कहा कि म्यांमार के सुरक्षा बलों द्वारा रोहिंग्या मुसलमानों पर अत्याचारों की विश्वसनीय रिपोर्टों को लेकर अमेरिका बेहद चिंतित है और मानवीय संकट के मद्देनजर दोषियों के खिलाफ स्वतंत्र जांच की अपील करता है.

Advertisement

रोहिंग्या संकट के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई पर विचार

हाल ही में म्यांमार में उपजे मानवीय संकट के कारण लाखों रोहिंग्या मुस्लिम बांग्लादेश पलायन कर गए हैं. म्यांमार की राजधानी नैप्यीडॉ में देश की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में टिलरसन ने कहा कि अमेरिका हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ व्यक्तिगत प्रतिबंध पर विचार करेगा, लेकिन वह इसके लिए समूचे देश के खिलाफ व्यापक आर्थिक प्रतिबंध लगाने की सलाह नहीं देगा.

उन्होंने कहा कि यह सबकुछ सबूत के आधार पर होगा. अगर हमें ऐसी कोई विश्वसनीय सूचना मिलती है कि किसी निश्चित अपराध के लिए कोई व्यक्ति जिम्मेदार है, तो फिर उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.

रोहिंग्या संकट पर रिपोर्ट सामने आने के बाद टिलरसन ने किया दौरा

म्यांमार के उत्तरी रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ जनसंहार के बढ़ते सबूतों से संबंधित यूनाइटेड स्टेट्स होलोकॉस्ट मेमोरियल म्युजियम और समर्थक समूह फोर्टीफाई राइट्स की रिपोर्ट सामने आने के बाद टिलरसन का यह म्यांमार दौरा देखने को मिला है. सरकारी सुरक्षा अभियान के चलते छह लाख रोहिंग्या रखाइन प्रांत से बांग्लादेश पलायन कर गए हैं.

टिलरसन ने म्यांमार की सेना के प्रमुख मिन आंग हलांग से भी मुलाकात की. हलांग रखाइन प्रांत में अभियानों के प्रभारी भी हैं. उधर, सोमवार को एक बयान जारी कर म्यांमार सेना ने रोहिंग्या मुसलमानों पर अत्याचार के आरोपों को खारिज किया है.

Advertisement
Advertisement