इस्लामाबाद में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में धीरे धीरे लोगों की संख्या कम होने के बीच अमेरिका ने कहा कि वह पाकिस्तान में लोकतांत्रिक प्रणाली में संविधान से इतर बदलाव के खिलाफ है.
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि डेनियल फेल्डमैन ने न्यूयॉर्क में कहा कि निश्चित तौर पर ऐसा प्रतीत होता है कि इस समय पाकिस्तान में जारी प्रदर्शनों में काफी कम लोग शामिल हो रहे हैं. ऐसे में हमें देखना होगा कि आने वाले दिनों और सप्ताहों में क्या होता है.
उन्होंने कहा, ‘हम समझते हैं कि पाकिस्तान में लोकतंत्र और कानून का शासन मजबूत बनाने के लिए सभी पार्टियों को मिलकर काम करना चाहिए ताकि शांतिपूर्ण बातचीत के जरिए उनके मतभेदों का हल हो सके’
फेल्डमेन ने कहा, ‘हमने लोकतांत्रिक व्यवस्था में संविधान से इतर बदलाव थोपने के किसी भी प्रयास का हमेशा से कड़ा विरोध किया है.’ उन्होंने कहा, ‘हम अपने दूतावास और अन्य के जरिए प्रदर्शनों पर करीबी नजर रख रहे हैं, लेकिन सभी पक्षों को हिंसा से दूर रहने, संयम बरतने और कानून के शासन का सम्मान करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. शांतिपूर्ण प्रदर्शन, जैसा हम अमेरिकी उदाहरण से जानते हैं, और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र के महत्वपूर्ण पहलू हैं.’